गोमतीनगर थाने में युवक के फांसी प्रकरण में पूर्व DIG का नौकर गिरफ्तार, साथी की तलाश जारी
लखनऊ के गोमतीनगर थाने में युवक के फांसी के प्रकरण में पूर्व डीआइजी के नौकर व पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आई।
लखनऊ, जेएनएन। गोमतीनगर विस्तार थाने के लॉकअप में फांसी पर जिस ई रिक्शा चालक उमेश का शव लटका मिला था, उसकी बर्बरता से पिटाई और हत्या के मामले में पूर्व डीआइजी के नौकर राजकुमार को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है, उसे जेल भी भेज दिया गया है। अभी पुलिस इसके फरार साथी की तलाश कर रही है। उसने राजकुमार के साथ मिलकर पिटाई की थी।
गोमतीनगर विस्तार थाने के इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि पूर्व डीआइजी उदय शंकर जायसवाल द्वारा उमेश को थाने में पीटने के सुबूत नहीं मिले हैं। इसीलिए अभी उनसे अभी पूछताछ भी नहीं की गई है। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था। पूर्व डीआइजी के मकान में उमेश के साथ की गई बर्बरता सामने आ गई। कमरे की दीवारों और फर्श पर उमेश के खून के धब्बे उसके साथ जुल्म की दास्तां को बयां कर रहे थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी, शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट व दम घुटना भी पाया गया था। रिपोर्ट आने के बाद थाने में ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों की भी करतूत सबके सामने आ गई है। निष्पक्ष जांच हुई तो उनपर भी शिकंजा कसना तय है।
अभी इन पांच पुलिसकर्मियों पर निलंबन के बाद नहीं हुई आगे की कार्रवाई...
पूर्व डीआइजी के नौकर की गिरफ्तारी तो हो गई, लेकिन थाने के लॉकअप में युवक की मौत के बावजूद निलंबित पांच पुलिसकर्मियों में से एक की भी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई। जबकि उनका भी अपराध पूर्व डीआइजी के नौकर से कम नहीं है। गोमतीनगर विस्तार के अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक बृजेश यादव, उपनिरीक्षक कौशलेंद्र सिंह, सिपाही राज, दीपक खटाना व राधा मोहन सिंह को घटना के बाद निलंबित कर दिया गया था।
यह था मामला....
मूलरूप से सीतापुर के महोली के मुरनिया गांव निवासी उमेश है। पूर्व डीआइजी उदयशंकर जायसवाल उमेश पर घर में चोरी का आरोप लगाकर उसे शुक्रवार सुबह 6.30 बजे ही थाने लाये थे। उसकी पिटाई भी की गई थी। उधर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों का कहना था कि चोरी में पकड़े जाने पर उमेश ने अपना सिर वहीं दीवार में लड़ा दिया था, जिससे उसे चोटें आईं। 8.30 बजे उसका शव थाने के लॉकअप में ही फांसी लटका मिला था। उमेश के भाई गुड्डू गौतम ने गोमतीनगर विस्तार थाने में पूर्व डीआइजी उदयशंकर जायसवाल के नौकर राजकुमार उसके साथी व घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।