ट्रांसफार्मर कार्यशाला में लगी आग, चिंगारी से कबाड़ राख
अग्नि शमन दल के पहुंचने तक जेई व सुरक्षा गार्ड बुझाते रहे आग। 12 जुलाई की रात ढाई बजे लगी थी आग।
लखनऊ, जेएनएन। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अलीगंज स्थित ट्रांसफार्मर कार्यशाला में 12 जुलाई की रात ढाई बजे के आसपास कबाड़ में आग लग गई। सुरक्षा गार्ड ने अवर अभियंता को सूचना देने के साथ ही आग बुझाने का काम शुरू कर दिया। उधर अग्नि शमन की गाड़ियां जब तक पहुंचती सभी अभियंता भी आग बुझाने में लग गए। कुछ देर बाद अधीक्षण अभियंता भी पहुंच गए और कार्यशाला की दीवार तुड़वाकर अग्नि शमन वाहनों को दूसरी तरफ से भी प्रवेश कराकर आग पर काबू पाया। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया नहीं तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। इस हादसे से सिर्फ ट्रांसफार्मर से निकला कबाड़ ही राख हुआ है।
अधिशासी अभियंता अंकुर अवस्थी ने बताया कि 12 जुलाई की रात ढाई बजे सहायक अभियंता राम लखन ने कार्यशाला में आग लगने की सूचना दी थी। दमकल की कोशिश के चलते कार्यशाला के महत्वपूर्ण इलाके में आग पहुंचती उससे पहले बुझ गई। यह अलग बात आग बुझाने में सवा घंटे लगे। अंकुर ने बताया आग लगने का कारण ट्रांसफार्मर कार्यशाला सीटर में आए फाल्ट के बाद निकली चिंगारी रही। दरअसल वर्कशॉप और उप केंद्र तैयार की दीवार बिल्कुल सटी हुई है इसके कारण आए दिन फाल्ट आने पर चिंगारी निकलती रहती है । फाल्ट आने पर चिंगारी निकली जिससे ट्रांसफार्मर से निकले इंसुलेशन ने आग पकड़ ली। इस आग से इंसुलेशन जल गया पर उसका पूरा एल्युमिनियम सुरक्षित है।
तीन सदस्यीय टीम करेगी जांच
मध्यांचल निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यशाला चंद्रवीर सिंह गौतम ने बताया कि कार्यशाला में आग लगने के मामले की जांच टीम तीन सदस्य कमेटी करेगी । इस कमेटी में लखनऊ जोन के अधिशासी अभियंता कार्यशाला सौरभ मौर्या, लेसा कार्यशाला के अधिशासी अभियंता अंकुर अवस्थी और लेखा विंग के अधिकारी पीके अस्थाना शामिल है। उधर निदेशक तकनीक एसके सिंह ने भी मौके का निरीक्षण करके स्थिति देखी।