लखनऊ में नौकरी के नाम पर 31 लाख की ठगी, मुलायम सिंंह यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश सचिव पर FIR
Cheating in the name of job मोटर एंड जनरल कंपनी के एचआर मैनेजर ने दो इंश्योरेंस एक्जीक्यूटिव पर 15 लाख रुपये गबन की एफआइआर दर्ज कराई है। पुलिस आरोपित सिमरन और किशन कांत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन कर रही है।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में नौकरी दिलाने और व्यापार करने के नाम पर तीन लोगों से 31 लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया है। मडिय़ांव कोतवाली में मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश सचिव उवेश सिद्दीकी के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख की ठगी की एफआइआर दर्ज की गई है।
मडिय़ांव निवासी बबली सिंह तोमर का आरोप है कि उसके परिचित राकेश सिंह ने उवेश सिद्दीकी से उसकी मुलाकात कराई थी। इस दौरान राकेश के कहने पर उसने उवेश को 10 हजार रुपये भी दिए थे। आरोपित ने बबली से बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने की बात कही थी। झांसे में आकर बबली ने अपने परिचित अंकुर और मंजीत साहनी को नौकरी दिलाने की बात कही। इसके बाद आरोपित दोनों युवकों से ढ़ाई-ढ़ाई लाख रुपये लिए, लेकिन नौकरी नहीं दिलाई। ठगी की जानकारी होने पर बबली ने आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है।
उधर, मोटर एंड जनरल कंपनी के एचआर मैनेजर ने दो इंश्योरेंस एक्जीक्यूटिव पर 15 लाख रुपये गबन की एफआइआर दर्ज कराई है। पुलिस आरोपित सिमरन और किशन कांत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन कर रही है। आरोपित ग्राहकों से बीमा नवीनीकरण के नाम पर वसूली करते थे। दूसरी ओर, तेलीबाग में चोकर का कारोबार करने वाले अनीस अहमद ने फर्म संचालक अनुराग यादव के खिलाफ ठगी की एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि अनुराग ने 10 लाख 54 हजार रुपये का माल खरीदा था, लेकिन भुगतान नहीं किया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।