Teenager Misbehaved in Barabanki Factory: फैक्‍ट्री मालिक पर मुकदमा दर्ज, बाल श्रमिकों से काम कराने पर मांगा स्‍पष्‍टीकरण

बाराबंकी में बाल श्रमिक के निजी अंग में प्रेशर एयर भरने की घटना के बाद सहायक श्रमायुक्त की टीम शनिवार की देर शाम घटनास्थल पर पहुंची। फैक्ट्री में बाल श्रमिकों से काम कराए जाने की पुष्टि हुई है। श्रम विभाग में फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मुकदमा कराया गया है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sun, 08 Aug 2021 03:17 PM (IST) Updated:Sun, 08 Aug 2021 03:17 PM (IST)
Teenager Misbehaved in Barabanki Factory: फैक्‍ट्री मालिक पर मुकदमा दर्ज, बाल श्रमिकों से काम कराने पर मांगा स्‍पष्‍टीकरण
बाराबंकी में बाल श्रम में पानी की बोतल की फैक्‍ट्री संचालक पर मुकदमा दर्ज।

बाराबंकी, संवाद सूत्र। बाराबंकी में बाल श्रमिक के निजी अंग में प्रेशर एयर भरने की घटना के बाद सहायक श्रमायुक्त की टीम शनिवार की देर शाम घटनास्थल पर पहुंची। फैक्ट्री में बाल श्रमिकों से काम कराए जाने की पुष्टि हुई है। इसके बाद श्रम विभाग में फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मुकदमा कराया गया है। उधर, फैक्ट्री संचालक अमिताभ अग्रवाल के स्पष्टीकरण का नोटिस न लेने पर विभाग ने यह नोटिस डाक के जरिए भेजी है। वहीं, निजी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद फिर तबीयत बिगड़ने पर किशोर को ट्रामा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया गया है।

यह था मामला: कुर्सी के औद्योगिक क्षेत्र स्थित बोतल वाले पानी की एक फैक्ट्री में काम करने वाले 13 वर्षीय नाबालिग बालक के निजी अंग में दूसरे मजदूर साथी ने प्रेशर एयर भर दी थी। इससे बालक की हालत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। पीड़ित के पिता की ने आरोपित युवक पर मुकदमा कराया था। शनिवार देर शाम सहायक श्रमायुक्त मयंक सिंह और श्रम निरीक्षक यशवीर सिंह टीम के साथ फैक्ट्री पंहुचे। यहां जांच-पड़ताल की और फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों के बयान दर्ज किए। इसके बाद थाने में मिले आरोपित बाल श्रमिक के भी बयान दर्ज किए। फैक्ट्री के सीसीटीवी फुटेज और बयान से वहां बाल श्रमिकों से काम कराए जाने की पुष्टि हुई है।

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मुकदमा दर्ज, दी गई नोटिस : श्रम निरीक्षक ने बताया कि विभागीय कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री मालिक के खिलाफ विभाग में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें 20 से 50 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है और न्यायालय सजा भी दे सकता है। फैक्ट्री संचालक को डाक से नोटिस भेजी गई है। समझौतानुसार संचालक ने उपचार के लिए 20 हजार रुपये दिए हैं। वहीं, इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन, औद्योगिक क्षेत्र ने भी उपचार में आर्थिक में मदद का आश्वासन दिया है। वहीं, रविवार सुबह तक उपचार के लिए कुर्सी थाने के प्रभारी निरीक्षक धर्मवीर सिंह और श्रम प्रवर्तन निरीक्षक ने भी पीड़ित बालक के परिवारजन को उपचार के लिए पांच-पांच हजार रुपये की मदद की है।

खेल खेल में घटना : श्रम निरीक्षक ने बताया कि फुटेज व बयान के आधार पर यह घटना प्रथम दृष्टया खेल-खेल में होना प्रतीत हो रहा है। हालांकि जांच चल रही है, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

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