सपा MLC वासुदेव यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा, शासन की अनुमति पर जांच शुरू

विजिलेंस ने वासुदेव यादव की एक निर्धारित अवधि के बीच हुई आय खर्चों खरीदी गई संपत्तियों व निवेशों के बारे में गहनता से पड़ताल की। विजिलेंस की जांच में सामने आया है कि वासुदेव यादव की निर्धारित अवधि में आय करीब 89.42 लाख रुपये थी

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 07:07 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 08:54 AM (IST)
सपा MLC वासुदेव यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा, शासन की अनुमति पर जांच शुरू
विजलेंस ने शासन की अनुमति पर केस दर्ज कर शुरू की विवेचना।

लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। सपा सरकार के एक और नेता की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बाद अब विजिलेंस ने सपा एमएलसी व पूर्व शिक्षा निदेशक वासुदेव यादव के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अॢजत करने के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। खुली जांच में साक्ष्य जुटाने के बाद विजिलेंस ने शासन ने आरोपित एमएलसी वासुदेव यादव के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति के बाद एफआइआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। यह मुकदमा विजिलेंस के प्रयागराज सेक्टर के थाने में दर्ज किया गया है।

उल्लेखनी है कि मुख्यमंत्री ने सितंबर, 2017 में वासुदेव यादव की संपत्तियों की खुली जांच के आदेश दिए थे। उन पर शिक्षा निदेशक के पद पर रहते हुए अवैध तरीके से संपत्ति जुटाने का आरोप था। सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस ने वासुदेव यादव की एक निर्धारित अवधि के बीच हुई आय, खर्चों, खरीदी गई संपत्तियों व निवेशों के बारे में गहनता से पड़ताल की।

विजिलेंस की जांच में सामने आया है कि वासुदेव यादव की निर्धारित अवधि में आय करीब 89.42 लाख रुपये थी, जबकि उनके खर्च करीब 1.86 करोड़ रुपये से अधिक पाए गए। यानि उनकी कुल आय से करीब 97.34 लाख रुपये अधिक। कुल आय से करीब 109 प्रतिशत अधिक संपत्ति जुटाने के साक्ष्य एकत्र करने के बाद विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। खुली जांच के दौरान वासुदेव यादव ने अपने बयान भी नहीं दर्ज कराए थे। अब विजिलेंस जांच का घेरा उन पर कसेगा। विवेचना के दौरान एमएलसी वासुदेव यादव के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।

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