Fight Against COVID-19 in UP: सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त चेतावनी, कृत्रिम अभाव पैदा करने का प्रयास न करें निजी अस्पताल

Fight Against Corona Virus in UP मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना वायरस से संक्रमित सभी लोगों को अपेक्षित सुविधा प्रदान करने में लगी है। मेडिकल ऑक्सीजन के साथ ही दवा और अस्पतालों में कोविड बेड का भी इंतजाम किया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 04:17 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 09:54 PM (IST)
Fight Against COVID-19 in UP: सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त चेतावनी, कृत्रिम अभाव पैदा करने का प्रयास न करें निजी अस्पताल
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-9 के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को कम करने के प्रयास में लगे सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-9 के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वर्चुअल बैठक नहीं की, बल्कि अधिकारियों के साथ बैठे और बचाव के एक-एक बिंदु पर विस्तार से चर्चा भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना वायरस से संक्रमित सभी लोगों को अपेक्षित सुविधा प्रदान करने में लगी है। मेडिकल ऑक्सीजन के साथ ही दवा और अस्पतालों में कोविड बेड का भी इंतजाम किया गया है। इसके बाद भी इन सुविधाओं में बाधा बनने वालों के खिलाफ सरकार बेहद ही सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि पता चला है कि विभिन्न जनपदों में कतिपय निजी अस्पतालों ने बेड के साथ ही दवा तथा ऑक्सीजन आदि का कृत्रिम अभाव पैदा करने का प्रयास किया है। इनके खिलाफ बेहद ही सख्त कार्रवाई की जा रही है। कुछ निजी अस्पतालों ने शासन से तय शुल्क दर से कई गुना अधिक की वसूली की है। इनको तो मरीज और तीमारदार को अब ब्याज के साथ पैसा वापस करना ही पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि इस बीच में जो हो रहा है यह कतई उचित नहीं है। इस प्रकार की गतिविधियां आपराधिक हैं। कुछ जिलों में इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही सभी डीएम/सीएमओ ऐसे अस्पतालों पर नजर रखें और सख्ती के साथ यथोचित कार्रवाई करें। मरीज और उसके परिवार के लोगों का किसी भी प्रकार उत्पीडऩ स्वीकार नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं शासन के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी कई कोविड अस्पताल न तो संक्रमित के स्वजन को उनके स्वास्थ्य की दैनिक जानकारी दे रहे हैं और न ही खाली बेड्स की संख्या सार्वजनिक कर रहे हैं। डीएम/सीएमओ ऐसे अस्पतालों से वार्ता कर व्यवस्था ठीक कराएं अन्यथा की दशा में कार्रवाई सुनिश्चित करें। चिकित्सा शिक्षा मंत्री स्तर से ऐसे अस्पतालों की निगरानी की जाए। अब तो एल-01 एल-02 एल-03 बेड्स की जनपदवार समीक्षा की जाए।

कहीं भी कम न हो मेडिकल ऑक्सीजन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम को निर्देश दिया कि प्रदेश में सभी जिलों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूॢत सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जा रहे हैं। भारत सरकार से हमें लगातार सहयोग प्राप्त हो रहा है। छह मई को दिन पहले 1032 मीट्रिक टन का वितरण किया गया। इसमें केवल रीफलर के माध्यम से ही 612 एमटी की आपूॢत प्रदेश में की गई। अब वाराणसी में जल्द क्रियाशील हो रहे डीआरडीओ के कोविड अस्पताल को ट्रायल के लिए 10 एमटी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। इनकी अन्य आवश्यकताओं की भी पूॢत की जाए। कल तक जामनगर (गुजरात) से 80 टन ऑक्सीजन के प्रदेश में और जायेगा।

दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज रात्रि तक और आ रही हैं। अपर मुख्य सचिव गृह के स्तर से सभी जिलों की जरूरत को देखते हुए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। ऑक्सिजन वेस्टेज को न्यून्तम रखने और आपूॢत बढाने के लिये सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 89 टैंकर ऑक्सीजन से सम्बंधित कार्य में क्रियाशील हैं। भारत सरकार ने प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के टैंकर दिए हैं। रिलायंस और अडानी जैसे निजी औद्योगिक समूहों की ओर से हमको टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं। ऑक्सीजन के संबंध में टैंकरों की संख्या और बढ़ाये जाने की जरूरत है। इसके साथ ही अब तो क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर जारी करने की कार्यवाही कल तक पूरी कर ली जाए।

प्रभावित न हो होम आइसोलेशन वाले संक्रमित व नॉन कोविड मरीज: मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वरीयता पर होम आइसोलेशन व नॉन कोविड मरीजों को भी ऑक्सीजन की आपूॢत आवश्यकतानुसार सुनिश्चित कराई जाए। कई जिलों ने इस दिशा में अच्छा काम किया है। ऐसे ही सभी जिलों में होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑन डिमांड ऑक्सीजन की आपूॢत की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए एक सिस्टम तैयार करें।

लगातार बढ़ रही ऑक्सीजन की उपलब्धता: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें हम सफल भी हैं। अब भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे हैं। भारत सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्र ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर रहे हैं। विभिन्न पीएसयू भी अपने स्तर पर प्लांट स्थापित करा रही हैं। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग और आबकारी विभाग भी ऑक्सीजन जेनरेशन की दिशा में विशेष प्रयास कर रहे हैं। एमएसएमई इकाइयों की ओर से भी सहयोग मिल रहा है। यह सभी कार्य यथासंभव तेजी से पूरे किए जाएं। इनकी हर दिन समीक्षा होनी चाहिए।

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तो सीएचसी स्तर से लेकर बड़े अस्पतालों तक में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। इस दौरान सभी जिलों में वेंटिलेटर की सुविधा दी गई है। यह सभी क्रियाशील रहें, इसे सुनिश्चित करें। जिलों की जरूरतों के अनुसार और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदें जाएं। निजी औद्योगिक/वाणिज्यिक कंपनियों से हमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का सहयोग प्राप्त हो रहा है।

आगरा में भी सेना की मदद से तैयार हो रहा है कोविड हॉस्पिटल : सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि लखनऊ व वाराणसी के बाद अब आगरा में भी भारतीय सेना की मदद से एल-2 श्रेणी का 500 बेड का कोविड अस्पताल तैयार किया जा रहा है। इसके साथ लखनऊ में संजय गांधी पीजीआई व केजीएमयू में बेड विस्तार की कार्यवाही हो रही है। हमें मिशन मोड में कार्य करते हुए बेड की वर्तमान क्षमता को दोगुना करने की जरूरत है। सभी जिलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए।

जिलों में बढ़ाई जाएं कमांड सेंटर की फोन लाइन्स: मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में इंट्रीगेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) में फोन लाइन्स बढ़ाई जाए। हर जिले में न्यूनतम दस फोन लाइन हों। इनमें तीन शिफ्ट में 24 घंटे काम कराना सुनिश्चित करें। हर जिले में कम से कम तीन शिफ्ट में काम हो। एडमिशन, आइसोलेशन मरीजों से संवाद आदि कार्यों के लिए अलग-अलग फोन लाइन होनी चाहिए। स्वास्थ्य राज्य मंत्री स्तर से इसकी दैनिक मॉनीटरिंग की जाए।

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विकास के सभी काम जारी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी प्रदेश में विकास के काम जारी है। यहां पर तो तेजी से एक्सप्रेस-वे, हाई-वे, मेडिकल कॉलेज सहित निर्माण की बड़ी परियोजनाएं सतत जारी है। यह समयबद्ध रूप से पूरी हों। जिन परियोजनाओं में न्यूनतम 50 लोग तक कार्यरत हों, वहां कोविड केयर सेंटर स्थापित कराया जाए। इसके साथ ही सात पुलिस लाइंस में भी कोविड केयर सेंटर की स्थापना की कार्यवाही की जाए।  

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