Fight Against COVID in UP: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर CM योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर, 9522 PICU बेड तैयार

Fight Against COVID in UP सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माना जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित करेगी। इसकी आशंका देखते हुए जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। सभी जिलों में सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरा करें।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:08 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:14 PM (IST)
Fight Against COVID in UP: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर CM योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर, 9522 PICU बेड तैयार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में

लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से उत्तर प्रदेश को बचाने में बेहद कारगर उपाय करने के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में हैं। लखनऊ में सोमवार को कोविड की समीक्षा के लिए गठित टीम-09 के साथ बैठक में निर्देश दिया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी जिलों में सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरा करें।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माना जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित करेगी। इसकी आशंका देखते हुए जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो। उन्होंने कहा कि अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में ही पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6522 से अधिक हो गई है। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में करीब 3000 पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन तैयार हैं। अब तो सभी जिलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में सीएचसी/पीएचसी स्तर पर ïहेल्थ एटीएम की स्थापना कराएं। इसके लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों/सामाजिक संस्थाओं ने हेल्थ एटीएम उपलब्ध कराने की इच्छा जताई है। ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर सहयोग प्राप्त किया जाए। इसे नजदीकी जिला अस्पताल की टेलीकन्सल्टेशन सेवा से भी जोड़ा जाए। हेल्थ एटीएम के सुचारू संचालन के लिए पैरामेडिक्स का प्रशिक्षण कर तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौ जिलों अतिशीघ्र मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होने जा रहा है। इन मेडिकल कॉलेजों की प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शिक्षक, सहायक काॢमक, उपकरण आदि के संबंध में अवशेष कार्यों को तेजी के साथ पूरा किया जाए। सभी नौ मेडिकल कॉलेजों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर कार्यों की दैनिक समीक्षा की जाए।  

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