रायबरेली में कोरोना से मौत की आशंका पर अंतिम संंस्कार रोका, शव रख ग्रामीणों ने किया हंगामा
आसपास के गांवों के लोग धुआं राख से परेशान हैं। दोपहर में सीएचसी की टीम ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों की जांच शुरू की। एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि आसपास के गांवों में महामारी से बचाव के लिए कार्य किए जा रहे हैं।
रायबरेली, जेएनएन। फरीदपुर गांव के एक मजदूर की मंगलवार की रात अचानक मौत हो गई। ग्रामीणों ने कोरोना से मौत होने की आशंका पर शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर हंगामा शुरू कर दिया। वे गांव में कोरोना की जांच कराने की मांग पर अड़े रहे। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप पर शव का अंतिम संस्कार हो सका।उक्त गांव निवासी मोहनलाल वर्मा एनटीपीसी कर्मचारी के निर्माणाधीन मकान में मजदूरी कर रहा था।
मंगलवार को काम करने के बाद घर पहुंचा और थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो गई। गांव में सप्ताहभर में पांच लोगों की मौत से ग्रामीण दहशत में थे। कोरोना से मजदूर की मौत होने की आशंका पर हंगामा शुरू कर दिया। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे गांव में कोराेना जांच और सैनिटाइजेशन कराने की मांग पर अड़े रहे। अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया। धुन्नू, गनेश, राजबहादुर, शिव बालक, राम बहादुर ने बताया कि एनटीपीसी के आसपास के गांवों के लोग धुआं, राख से परेशान हैं।
दोपहर में सीएचसी की टीम ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों की जांच शुरू की। एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि आसपास के गांवों में महामारी से बचाव के लिए कार्य किए जा रहे हैं। कोतवाल विनोद ने बताया कि सभी लोगों को समझा-बुझाकर शव काे अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया। ग्रामीणों की मांग पर गांव में कोरोना की जांच और सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।