Farmers Protest in UP: राजभवन पर किसानों के प्रदर्शन को लेकर लखनऊ में हाई अलर्ट, राजभवन में पहुंचे शीर्ष अधिकारी

Farmers Protest in UPकिसान नेताओं ने शनिवार को कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट करने का कार्यक्रम बनाया था। इसको बाद में राजभवन घेराव का रूप दिया जाने लगा। किसान नेताओं की इस योजना की जानकारी होने के बाद प्रदेश सरकार हाई अलर्ट पर आ गई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 04:12 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 10:13 PM (IST)
Farmers Protest in UP: राजभवन पर किसानों के प्रदर्शन को लेकर लखनऊ में हाई अलर्ट, राजभवन में पहुंचे शीर्ष अधिकारी
राजभवन के हर गेट पर सुरक्षा बल तैनात किया गया

लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान आंदोलन ने पुलिस के सामने दोहरी चुनौती खड़ी कर दी है। किसान आंदोलन के मद्देनजर पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। किसान नेताओं से वार्ता के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खासकर पीलीभीत, लखीमपुर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय स्तर से सुरक्षा बंदोबस्त की लगातार मानीटङ्क्षरग भी की जा रही है। 

डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने गणतंत्र दिवस के दृष्टिगत सभी जिलों में प्रभावी चेकि‍ंग कराए जाने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर किसान आंदोलन को देखते हुए सभी जिलों में किसानों से सीधे संवाद कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि आइजी मेरठ प्रवीण कुमार त्रिपाठी, आइजी लखनऊ लक्ष्मी सि‍ंंह व आइजी बरेली राजेश पांडेय को किसान नेताओं से संवाद की खास जिम्मेदारी सौंपी गई है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि सभी जगह सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। मेरठ व बरेली रेंज के कुछ जिलों में अतिरिक्त पुलिस व पीएसी भी तैनात की गई है। गणतंत्र दिवस व किसान आंदोलन को देखते हुए खुफिया तंत्र को भी सक्रिय किया गया है। सभी टोल प्लाजा पर भी पूरी मुस्तैदी बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं। 

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के बीच शनिवार को लखनऊ में राजभवन घेरने की किसान नेताओं की योजना को लेकर प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। लखनऊ के साथ ही जिलों के बॉर्डर पर गहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जबकि राजभवन के भी हर गेट पर भारी पुलिस बल तैनात है। किसान नेताओं ने शनिवार को कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट करने का कार्यक्रम बनाया था। इसको बाद में राजभवन घेराव का रूप दिया जाने लगा। किसान नेताओं की इस योजना की जानकारी होने के बाद प्रदेश सरकार हाई अलर्ट पर आ गई। राजभवन के हर गेट पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। सरकार की इस तैयारी के बाद किसान बैकफुट पर आ गए। किसान राजभवन एडीएम, डीसीपी, एडीसीपी के साथ पहुंचे हैं।

इसके बाद हरनाम सिंह के नेतृत्व में किसानों के 12 सदस्यीय एक दल का राजभवन आने का कार्यक्रम फाइनल हो गया। इस प्रतिनिधिमंडल के राजभवन पहुंचने से पहले अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर तथा लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश भी राजभवन पहुंच गए। कृषि कानून के विरोध में लखनऊ तथा लखनऊ के बाहर बड़ी संख्या में किसान एकत्र होने लगे। इनके आज राजभवन आने की सूचना पर जिला तथा पुलिस प्रशासन ने इनको बॉर्डर पर घेरने में सफलता प्राप्त की। किसान नेताओं के लखनऊ के बॉर्डर पर ही राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन लिया गया। इसके बाद किसान नेता लखनऊ के बाहर से ही अपने जिलों में लौट गए।

किसानों से वार्ता कर कायम रखें शांति-व्यवस्था : योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में किसान आंदोलन को देखते हुए सूबे में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को किसानों से वार्ता कर उन्हेंं समझाकर शांत कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही निर्देश दिया कि किसानों पर कहीं बल प्रयोग न हो और सार्थक संवाद के जरिए शांति-व्यवस्था कायम रखी जाए। किसानों ने शनिवार को राजभवन का घेराव करने की घोषणा की है। इसके अलावा 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालने का एलान पहले ही कर चुके हैं।

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मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीएम, एसएसपी, एसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह भी ध्यान रखा जाए कि कहीं किसानों के साथ दुव्र्यवहार न हो। इसके साथ ही शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखी जाए। लखनऊ में शनिवार को पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कहीं भी अधिक भीड़ को न जुटने दिया जाए।  

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