कस्टम क्लीयरि‍ंग के खेल में भारत को लाखों की चपत, जीएसटी चोरी कर नेपाल में हो रहा सामान का न‍िर्यात

फर्जी बिलि‍ंग के सहारे जीएसटी चोरी कर भारत सरकार को लाखों का चूना लगाने की शिकायत पर लखनऊ विजिलेंस की टीम ने कस्टम एजेंटों के कार्यालयों पर छापामारी की। छापामारी के दौरान फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। नेपालगंज के रास्ते काठमांडू नरायनघाट सुर्खेब घनगढ़ी से भारत में सामग्री का आयात।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 04:51 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 04:51 PM (IST)
कस्टम क्लीयरि‍ंग के खेल में भारत को लाखों की चपत, जीएसटी चोरी कर नेपाल में हो रहा सामान का न‍िर्यात
दिल्ली, हरियाणा, गाजियाबाद, कानपुर से कई जरूरी सामान का नेपाल निर्यात।

बहराइच, [संतोष श्रीवास्तव]। भारत-नेपाल सीमा के बीच मालवाहक वाहन भेजने के लिए कस्टम क्लीयरि‍ंग कराई जाती है। कस्टम क्लीयरि‍ंग कराने वाले एजेंट अभिलेखों में हेरफेर कर सरकार को लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। माल और उसकी मात्रा गलत दर्ज कर बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी की जा रही है। फर्जी बिलि‍ंग के सहारे जीएसटी चोरी कर भारत सरकार को लाखों का चूना लगाने की शिकायत पर लखनऊ विजिलेंस की टीम ने कस्टम एजेंटों के कार्यालयों पर छापामारी की। छापामारी के दौरान फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ।

विजिलेंस टीम कार्यालयों से बरामद कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने साथ लेकर गई। दस्तावेजों की गहनता से जांच करने के बाद लाखों रुपये की कस्टम राशि को हड़पने के खेल का राजफाश हो सकेगा। दिल्ली, हरियाणा, गाजियाबाद, कानपुर से नेपालगंज के रास्ते काठमांडू, नरायनघाट, सुर्खेब, घनगढ़ी की दूरी काफी कम होने से इसी मार्ग से निर्यात एवं आयात संबंधित शहरों के व्यापारी करते हैं। यहां से कपड़ा, दवाएं, मशीनरी पार्ट, कृषि यंत्र, कोयला एवं अन्य खाद्य पदार्थों का निर्यात नेपाल को किया जाता है।

सबसे ज्यादा जीएसटी चोरी कोरोना काल के समय की गई।

इसके चलते कस्टम आय एक-चौथाई ही रह गई। निर्यात होने वाली सामग्री की मात्रा बिल में कम दिखाकर जीएसटी की चोरी की जाती है। इससे कस्टम क्लीयरि‍ंग राशि का लाभ उठाया जाता है। इससे प्रतिमाह लाखों रुपये का नुकसान भारत को उठाना पड़ रहा है।

बोले जिम्मेदार

कस्टम अधीक्षक प्रवीन यादव का कहना है कि मामला उनके कार्यकाल का नहीं है। उन्होंने बताया कि पूरा मामला कस्टम कैंपस के बाहर का था। हमारे कार्यभार ग्रहण करने के बाद से कोई गड़बड़ी की बात सामने नहीं आई है। सभी कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि वे ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करें। लापरवाही उजागर होने पर कार्रवाई की जाएगी।

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