Bike Bot Scam: 245 और मोटरसाइकिलें बरामद, EOW ने बरेली, आगरा, कानपुर व बागपत में की कार्रवाई
Bike Bot Scam बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में मोटरसाइकिलों की बरामदगी का सिलसिला जारी है। बीते दिनों लखनऊ में करीब 200 बाइक बरामद करने के बाद अब आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने चार अन्य जिलों में 245 और मोटरसाइकिलें बरामद की हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : Bike Bot Scam: बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में मोटरसाइकिलों की बरामदगी का सिलसिला जारी है। बीते दिनों लखनऊ में करीब 200 बाइक बरामद करने के बाद अब आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने चार अन्य जिलों में 245 और मोटरसाइकिलें बरामद की हैं।
ईओडब्ल्यू मेरठ सेक्टर की टीम ने बरेली, कानपुर, आगरा व बागपत से 245 मोटरसाइकिलें बरामद की हैं, जिन्हें संबंधित थानों में रखवाया गया है। इसके अलावा मुरादाबाद, उन्नाव, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, गाजियाबाद व बुलंदशहर में भी छिपाकर रखी गईं 255 मोटरसाइकिलें चिन्हित की हैं। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखाके अधिकारियों ने संबंधित जिलों के एसपी से संपर्क कर चिन्हित मोटरसाइकिलों को बरामद कर थानों में रखवाने का आग्रह किया है। इस तरह ठगी की रकम से खरीदी गईं 500 और मोटरसाइकिलें सामने आई हैं।
बाइक बोट घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच कर रहा है और कई आरोपितों की संपत्तियां भी अटैच कर चुका है। ईओडब्ल्यू मामले में मेरठ व अन्य जिलों में 1500 से अधिक बाइक बरामद की जा चुकी हैं। कर चुका है। लखनऊ में पकड़े गए आरोपित अमित अग्रवाल से पूछताछ में अन्य जिलों में बाइक खरीदे जाने के तथ्य प्रकाश में आए थे।
बता दें कि वर्ष 2016 से वर्ष 2019 के बीच बाइक टैक्सी के नाम पर आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई थी। उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के 1.75 लाख से अधिक निवेशकों ने इस योजना में अपनी रकम लगाई थी। बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपित गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी के संचालक बसपा नेता संजय भाटी समेत अन्य के विरुद्ध गौतमबुद्धनगर में 57 मुकदमे दर्ज हैं। शासन के निर्देश पर इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जून 2020 में आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखाने मेरठ में करीब 225 बाइक बरामद की थीं।