Lucknow Development Authority: LDA के अभियंताओं का अजब खेल, पहले करवाया अवैध निर्माण; फिर सील करने पहुंचे
Lucknow Development Authority लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन से जुड़े अभियंता पहले अवैध निर्माण करवाते हैं और फिर मामला बढ़ने पर सील करते हैं। इससे लविप्रा की जहां छवि धूमिल हो रही है वहीं प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेेकर आम जनमानस में संदेश गलत जा रहा है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के प्रवर्तन से जुड़े अभियंता पहले अवैध निर्माण करवाते हैं और फिर मामला बढ़ने पर सील करते हैं। इससे लविप्रा की जहां छवि धूमिल हो रही है, वहीं प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेेकर आम जनमानस में संदेश गलत जा रहा है। थाना वजीरगंज के अंतर्गत आने वाले कुंडरी रकाबगंज में कुछ ऐसा ही अभियंताओं ने किया। अब अधिशासी अभियंता जहरुद्दीन प्रवर्तन (जोन सात) ने बताया कि बिल्डिंग सील होगी। सीलिंग के लिए अधिशासी अभियंता सोमवार को विहित प्राधिकारी को विभागीय पत्राचार करके संस्तुति कराएंगे। विहित प्राधिकारी राम शंकर के हस्ताक्षर से यह बिल्डिंग सील होनी है। वहीं लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने भी अवैध इमारत पर अधिशासी अभियंता जहरूद्दीन से रिपोर्ट तलब की है।
कुंडरी रकाबगंज में 255/394 निवासी राम कुमार अवस्थी ने शिकायत की थी।
महीनों पहले शुरू हुए अवैध निर्माण को पालने पोसने में लविप्रा ने कोई कसर नहीं छोड़ी बेसमेंट से लेकर पांच मंजिल तक अवैध इमारत खड़ी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थिति यह हो गई थी बिल्डर ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन तक नहीं किया यानी कोई ग्रीन नेट नहीं लगवाया और पांच मंजिला इमारत खड़ी कर दी। अगर जिम्मेदार पहले ही इस पर लगाम लगाए होते तो यह स्थिति न होती। सवाल खड़ा होता है क्या बिल्डिंग सील होने के बाद नहीं खुलेगी, अगर खुलेगी तो इस डेढ़ हजार वर्ग फिट में क्या कंपाउडिग होगी और क्या बचेगा। ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सबसे ज्यादा उचित रहेगी। लविप्रा को अवैध इमारत को ध्वस्त करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे भविष्य की कोई संभावनाएं न बचे।
संतोषी मंदिर के सामने अवैध निर्माण जारीः कुंडरी रकाबगंज स्थित संतोषी माता मंदिर के पास अवैध निर्माण बदस्तूर जारी है। यहां पांच मंजिल अवैध निर्माण बन चुका है और उसके निर्माण जारी है। इसी तरह टिकैतगंज में शिव मंदिर के पास और दूसरा तिराहे पर अवर अभियंता बिना पार्किंग के निर्माण करवा रहे हैं। बेसमेंट में वाणिज्यिक गतिविधियां करने के लिए दुकाने बना दी गई हैं। उधर नादान महल रोड स्थित सिद्धनाथ मंदिर के आगे दो शापिंग काम्प्लेक्स पूरी तरह से ढक कर बनाए जा रहे हैं।