एसजीपीजीआइ में नवबंर से शुरू हो जाएगा 210 बेड का इमरजेंसी विभाग, मरीजों को मिलेगी राहत
अस्पताल में 210 बेड का इमरजेंसी विभाग और 50 बेड का ट्रामा सेंटर शुरू होने से मरीजों को भर्ती से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। एसजीपीजीआइ में दूसरे जिलों से मरीज इलाज के लिए आते हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। एसजीपीजीआइ में इमरजेंसी विभाग और ट्रामा सेंटर की शुरुआत होने जा रही है। 15 नवंबर तक दोनों ही सेवाओं की शुरुआत होने से लखनऊ समेत दूसरे जिलों से इलाज के लिए एसजीपीजीआइ आने वाले मरीजों को काफी राहत मिलेगी। तकनीक के साथ कदमताल करते हुए जटिल ऑपरेशन और प्रत्यारोपण जैसी सेवाओं को अस्पताल में और भी मजबूत किया जा रहा है। एसजीपीजीआइ में नवंबर के मध्य तक मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं में इजाफा करते हुए इमरजेंसी विभाग, ट्रामा सेंटर की शुरुआत होगी।
अस्पताल में 210 बेड का इमरजेंसी विभाग और 50 बेड का ट्रामा सेंटर शुरू होने से मरीजों को भर्ती से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। एसजीपीजीआइ में दूसरे जिलों से मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में जल्द ही तैयार होने वाले इमरजेंसी विभाग और ट्रामा सेंटर से मरीजों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। उनको दूसरे अस्पतालों के बिना चक्कर काटे बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। पीजीआइ के निदेशक डा आरके धीमान ने बताया कि अस्पताल में दोनों सुविधाएं मिलने से मरीजों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। जल्द तैयार होने वाले इमरजेंसी विभाग में पर्याप्त संख्या में बेड होने से रेफरल व स्थानीय मरीजों की भर्ती प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
एसजीपीजीआइ के साथ ही केजीएमयू में सबसे ज्यादा इमरजेंसी भर्तियां की जाती हैं। यहां तीन स्थानों पर इमरजेंसी भर्ती हो रही है। ट्रामा सेंटर, क्वीनमेरी और लॉरी कॉर्डियोलॉजी विभाग में अलग इमरजेंसी सेवाओं का संचालन हो रहा है। इसके बाद बलरामपुर अस्पताल और सिविल अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं मिलने से मरीजों को समय पर इलाज मिल रहा है। इमरजेंसी विभाग में पर्याप्त संख्या में बेड होने से गंभीर मरीजों का इलाज आसानी से हो रहा है।