लखनऊ में सुविधा शुल्क नहीं दिया तो बिजली उपभोक्ता का उत्पीड़न, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई

बिजली विभाग के अभियंता अपनी कार्यप्रणाली सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं। इन महाशयों पर ऊर्जा मंत्री पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन और डिस्काम के प्रबंध निदेशकों द्वारा समझाने की बात का कोई असर नहीं पड़ रहा है। ऐसे में उपभोक्ता आज भी उत्पीड़न का शिकार होने को विवश है।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:10 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 02:49 PM (IST)
लखनऊ में सुविधा शुल्क नहीं दिया तो बिजली उपभोक्ता का उत्पीड़न, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
हुसैनगंज स्थित जय नरायन लेन निवासी सत्य व्रत जनार्दन पिछले सवा माह से परेशान हैं।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। बिजली विभाग के अभियंता अपनी कार्यप्रणाली सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं। इन महाशयों पर ऊर्जा मंत्री, पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन और डिस्काम के प्रबंध निदेशकों द्वारा समझाने की बात का कोई असर नहीं पड़ रहा है। ऐसे में उपभोक्ता आज भी उत्पीड़न का शिकार होने को विवश है। हुसैनगंज स्थित जय नरायन लेन निवासी सत्य व्रत जनार्दन पिछले सवा माह से परेशान हैं। क्योंकि सत्य व्रत ने बिजली कर्मियों को सुविधा शुल्क नहीं दिया और शिकायत कर दी।

आरोप है कि अभियंता पहले उनके घर का सामान्य मीटर बदलकर नया मीटर लगाते हैं, उसके बाद मीटर में छेड़छाड़ बताई जाती है। मीटर लैब पहुंचता है, जहां उपभोक्ता के सामने मीटर को खोलना चाहिए, लेकिन उपभोक्ता के पहुंचने पर मीटर नहीं खोला जाता है और एक नई तिथि बताई जाती है। यही नहीं उपभोक्ता को बिना बताए मीटर की रिपोर्ट तैयार कर दी जाती है। छह दिन तक मीटर विभाग में रहता है। अब पीड़ित उपभोक्ता ने अधीक्षण अभियंता वितरण मंडल प्रथम से शिकायत की है। हालांकि शिकायत के सवा माह बाद भी उच्च अधिकारी मामले को दबाने में लगे है। उपभोक्ता को न्याय का इंतजार है। 

उपभोक्ता का आरोप है कि हुसैनगंज उपखंड में तैनात सहायक मीटर निशीकांत सिंह और मीटर परीक्षक यादवेंद्र सिंह ने विद्युत मीटर संख्या जेड 15167 की जांच के लिए पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। शिकायत करने पर अफसरों ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी। शिकायतकर्ता ने साक्ष्य व शपथ पत्र प्रस्तुत किए। इसके बाद से दबाव आना उपभोक्ता पर शुरू हो गया। उपभोक्ता के मुताबिक 19 जुलाई को मीटर की जांच के लिए सुबह 10 बजे बुलाया जाता है। उपभोक्ता अपने मित्र धर्मेंद्र सिंह के साथ बिजली कार्यालय जाते हैं।शपथ लगाकर दावा करते हैं कि मीटर में उनके द्वारा कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। वहीं अभियंता उन्हें टरका देते हैं कि फिर बुलाया जाएगा। आरोप है कि छह दिन में मीटर में छेड़छाड़ कर दी जाती है। नियमानुसार उसी दिन मीटर उपभोक्ता के सामने खुलना था, जब बुलाया गया था।

24 जुलाई को फोन आता है पैसा खर्च करे, रिपोर्ट लगा दूंगाः उपभाेक्ता ने वरिष्ठ अभियंताओं को रिकार्डिंग सुनाई है कि मोबाइल नंबर 8188956678 से फोन आता है और कम पैसे में सहायक अभियंता निशिकांत सिंह से कहकर रिपोर्ट लगवा दी जाएगी। इसके साक्ष्य भी उपभोक्ता ने दिए हैं। आरोप लगाया है कि सहायक अभियंता निशिकांत सिंह और मीटर परीक्षक यादवेंद्र सिंह द्वारा लगातार शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।

जबरन घर में घुसकर मीटर में की छेड़छाड़ः उपभोक्ता के घर में एक सितंबर2021 को घुसकर मीटर परीक्षक यादवेंद्र सिंह व अन्य कुछ करने लगे। दोपहर तीन बजे अनजान लोगों को जब सत्य व्रत की पत्नी ने देखा तो विरोध किया और पति के आने पर ही ही मीटर देखने की बात कही। इस पर दोनों कर्मी नहीं माने और शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे। इस दौरान महिला ने मोबाइल से कर्मियों की फोटो भी खींच ली। यह साक्ष्य दिए गए, लेकिन जांच अधिकारी द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया गया

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