लखनऊ में बस स्‍टाप पर नहीं पहुंची इलेक्ट्रिक बसें, जवाब तलब के बाद यह जानकारी आई सामने

ई-बसें समय से बस स्टाप नहीं पहुंची। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। पड़ताल हुई तो पता चला कि बसें चार्ज ही नहीं हैं। इस पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक से जानकारी मांगी गई। तो पता चला की बस रूट पर निकली ही नहीं हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 03:36 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 03:36 PM (IST)
लखनऊ में बस स्‍टाप पर नहीं पहुंची इलेक्ट्रिक बसें, जवाब तलब के बाद यह जानकारी आई सामने
-काफी देर तक बसें डिपो में ही चार्जिंग के लिए खड़ी रहीं

लखनऊ, जागरण संवाददाता। नई इलेक्ट्रिक बसें अभी बस पूरी तरह से मार्गों पर फर्राटा भरना शुरू भी नहीं कर पाई थीं कि जिम्मेदार एजेंसी की लापरवाही सामने आने लगी है। लापरवाही ने नई 12 ई-बसों को बिना चार्जिंग के ही खड़ा कर दिया। 60 में से करीब 12 बसों को चार्ज हीं नहीं किया गया। इससे वह रूट पर नहीं जा सकीं। सुबह जब गाड़ियां समय से बस स्टाप पर नहीं पहुंची तो बसों को चार्ज कराने के बाद रूट पर रवाना किया जा सका। प्रबंध निदेशक ने जिम्मेदार एजेंसी को नाेटिस जारी करते हुए कंपनी के विरुद्ध कटौती करने के आदेश दिए हैं। इस लापरवाही का खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ा और उन्हें समय से नगर इलेक्ट्रिक बसें नहीं मिल सकीं।

मामला नागरिकों की राह आसान करने को आई नई इलेक्ट्रिक बसों का है। हुआ यूं कि ई-बसें समय से बस स्टाप नहीं पहुंची। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। पड़ताल हुई तो पता चला कि बसें चार्ज ही नहीं हैं। इस पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक से जानकारी मांगी गई। तो पता चला की बस रूट पर निकली ही नहीं हैं। जब प्रबंध निदेशक पल्लव बोस ने इस मसले पर जब संचालन कर रही एजेंसी के जिम्मेदारों से जवाब तलब किया गया तो उन्होंने बताया कि रात में चार्जिंग न कर पाने की सूचना व्हाटसअप पर साझा कर दी गई थी। उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि रात से खड़ी बसों की जानकारी समय से क्यों नहीं दी गई। इससे कई बसें समय से रूट पर नहीं निकल सकी हैं।

बता दें पीएम ने जनता की सहूलियत के लिए राजधानी समेत प्रदेश के प्रमुख शहरों में नगर बस सेवा बेहतर करने के लिए इनका संचालन शुरू कराया गया था। 700 में 100 बसें राजधानी को मिलनी थीं लेकिन अब तक महज 60 बसें ही मिल सकी हैं।

नोटिस जारी कर कटौती के दे दिए गए हैं निर्देश: एमडी

सिटी ट्रांसपोर्ट के एमडी पल्लव बोस ने बताया कि इस संबंध में एजेंसी को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए कटौती करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही भविष्य इस तरह की लापरवाही होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

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