बाराबंकी में फर्जी प्रमाण पत्र लगाने में बदनाम हुई ‘मुन्नी’, रहरामऊ ग्राम पंचायत का चुनाव रद

निर्वाचित प्रधान मुन्नी का जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर बाराबंकी की रहरामऊ ग्राम पंचायत का चुनाव रद। एसडीएम की अदालत ने माना प्रधान मुन्नी उर्फ शबा ने लगाया था फर्जी जाति प्रमाणपत्र। करीब साढ़े चार साल तक चले मुकदमे के आखिरकार अनिल कुमार का आरोप सही साबित हुआ।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:56 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 05:29 AM (IST)
बाराबंकी में फर्जी प्रमाण पत्र लगाने में बदनाम हुई ‘मुन्नी’, रहरामऊ ग्राम पंचायत का चुनाव रद
मुन्नी उर्फ शबा के मायके में उनकी पिता की जाति की जांच की गई तो वह सामान्य जाति की निकली।

बाराबंकी, जेएनएन। रहरामऊ ग्राम पंचायत का चुनाव एसडीएम नवाबगंज अभय कुमार पांडेय ने अपनी अदालत पर दाखिल मुकदमे की सुनवाई के बाद रद कर किया। अदालत ने माना कि निर्वाचित प्रधान मुन्नी उर्फ शबा ने पिछड़ी जाति का फर्जी जाति प्रमाणपत्र लगाकर चुनाव लड़ा था।

उपव‍िजेता ने की थी श‍िकायत 

वर्ष 2015 में हुए प्रधान पद के चुनाव में मुन्नी उर्फ शबा के जीतने के बाद उपविजेता रहे अनिल कुमार वर्मा ने जाति प्रमाणपत्र फर्जी लगाए जाने का आरोप लगाकर अधिकारियों से आपत्ति की थी। इसके बाद अदालत की शरण ली। करीब साढ़े चार साल तक चले मुकदमे के आखिरकार अनिल कुमार का आरोप सही साबित हुआ। चुनाव रद किए जाने के बाद प्रधान मुन्नी की बदनामी हो रही है। गुरुवार को अदालत के आदेश की जानकारी गांव पहुंचते ही लोग प्रधान को लेकर तरह-तरह की बातें करने लगे।

अदालत के आदेश पर मुन्नी उर्फ शबा के मायके में उनकी पिता की जाति की जांच की गई तो वह सामान्य जाति की निकली। ऐसे में स्क्रूटनी कमेटी की जांच आख्या के बाद 13 मार्च 2010 को जाति प्रमाणपत्र रद कर दिया गया था। जाति प्रमाणपत्र रद किए जाने के बाद प्रधान ने मंडलीय उप निदेशक पिछड़ा वर्ग के यहां अपील की थी।

'ग्राम पंचायत रहरामऊ की ग्राम प्रधान मुन्नी उर्फ़ शबा का जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद न्यायालय के आदेश पर निर्वाचन रद कर दिया गया है। अब ग्राम पंचायत की बैठक बुलाकर ग्राम पंचायत का संचालन के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी।'  -रामेंद्र सिंह कुशवाहा, खंड विकास अधिकारी, मसौली। 

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