लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के सामने छलका बुजुर्ग का दर्द, बोले-क्या आम आदमी को जीने नहीं देगा LDA
Collusion of LDA and Builder लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने पुराने लखनऊ के कुंडरी रकाबगंज के अवैध निर्माण पर आंखें मूंद ली हैं। लिखित और मौखिक शिकायत करके हार चुके 78 वर्षींय बुजुर्ग राम कुमार अवस्थी शनिवार को लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी से मिले।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने पुराने लखनऊ के कुंडरी रकाबगंज के अवैध निर्माण पर आंखें मूंद ली हैं। लिखित और मौखिक शिकायत करके हार चुके 78 वर्षींय बुजुर्ग राम कुमार अवस्थी शनिवार को लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी से मिले। कहा, क्या बिल्डर इतना बड़ा गुंडा हो गया है कि लविप्रा पर भारी पड़ रहा है। मेरे घर के बगल में आवासीय निर्माण होता तो मुझे कोई दिक्कत न होती। बेसमेंट मिलाकर पांच तल खड़े कर दिए गए हैं, रात में बेसमेंट खोदने से घर की दीवारें हिल गईं। लविप्रा के अभियंता यहां आते हैं और चाय-पानी करके चले जाते हैं। विरोध पर बिल्डर दबंगई व अभद्रता करता है। क्या लविप्रा आम आदमी को जीने नहीं देगा? पूरा वाकया सुनकर लविप्रा उपाध्यक्ष ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
कुंडरी रकाबगंज में 255/ 394 में बुजुर्ग का सौ साल पुराना मकान है। घर के सामने छोटा सा पार्क है। अचानक एक भूखंड बिकता है और चंद महीनों में यहां वाणिज्यिक उपयोग के लिए पांच तल का निर्माण शुरू हो जाता है। बेसमेंट खोदने के लिए रात में जेसीबी चलती है। पड़ोसी विरोध करता है तो सुबह उसे अपनी कार पंचर मिलती है। घर के बाहर मलबा लगा दिया जाता है। शिकायत पर पुलिस पूरा मामला लविप्रा पर डाल देती है। यह हाल तब है जब अवैध निर्माण रोकने के लिए सुपरवाइजर, अवर अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशासी अभियंता, विहित प्राधिकरण की पूरी टीम है।
बिजली विभाग ने भी कंधे से कंधा मिलायाः बिजली विभाग ऐसे सामान्य आवेदनकर्ताओं को बिजली कनेक्शन नहीं दे रहा है। यहां अवैध इमारत को अस्थायी कनेक्शन प्रमुखता पर दे दिया। सूत्रों की माने तो यहां जल्द ही स्थायी कनेक्शन देने की तैयारी है। सवाल खड़ा होता है क्या विभाग चेहरा देखकर काम कर रहा है।
पूरे मामले पर जोन सात के अधिशासी अभियंता से रिपोर्ट मांगी है। अगर नियमों की अनदेखी करके निर्माण हो रहा है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। -अक्षय त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, लविप्रा।