ED ने अनी बुलियन इंडस्ट्री के विरुद्ध दर्ज किया केस, IFS अफसर पत्नी की पीएम के साथ फोटो दिखा ठगे करोड़ों

अनी बुलियन इंडस्ट्रीज के संचालक व मुख्य आरोपित अजीत कुमार गुप्ता आइएफएस अधिकारी निहारिका सिंह का पति है। ईडी ने कंपनी उसके संचालक अजीत कुमार व अन्य के विरुद्ध अपना केस दर्ज कर छानबीन शुरू की है। जल्द कंपनी संचालक की संपत्तियों को अटैच करने का सिलसिला शुरू होगा।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 08:51 PM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 12:19 AM (IST)
ED ने अनी बुलियन इंडस्ट्री के विरुद्ध दर्ज किया केस, IFS अफसर पत्नी की पीएम के साथ फोटो दिखा ठगे करोड़ों
ईडी ने अनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के विरुद्ध प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पोंजी स्कीम के जरिए निवेशकों की गाढ़ी कमाई लूटने वाली एक और कंपनी पर अपना शिकंजा कसा है। प्रवर्तन निदेशालय के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय में अनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के विरुद्ध ईडी ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। अनी बुलियन कंपनी व उसके संचालकों के विरुद्ध लखनऊ, सुलतानपुर व अन्य जिलों में धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस की पूछताछ के दौरान उसने ठगी से अब तक 600 करोड़ रुपये कमाने की बात कही थी।

अनी बुलियन कंपनी के संचालक व मुख्य आरोपित अजीत कुमार गुप्ता आइएफएस (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी निहारिका सिंह का पति है। ईडी ने कंपनी, उसके संचालक अजीत कुमार व अन्य के विरुद्ध अपना केस दर्ज कर छानबीन शुरू की है। जल्द कंपनी संचालक की संपत्तियों को अटैच करने का सिलसिला शुरू होगा। बताया गया कि निहारिका सिंह वर्तमान में रोम के भारतीय दूतावास में तैनात हैं। लखनऊ व सुलतानपुर में अनी बुलियन कंपनी संचालकों के विरुद्ध दर्ज दो एफआइआर में निहारिका सिंह भी नामजद हैं।

अनी बुलियन कंपनी व उसके संचालकों के विरुद्ध लखनऊ, सुलतानपुर व अन्य जिलों में धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं। ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अनी बुलियन व उससे जुड़ी कंपनी मेसर्स अनी बुलियन ट्रेडर्स, अनी कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड, आई विजन इंडिया क्रेडिट कोआपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, अनी बुलियन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने निवेशकों को 40 फीसदी से ज्यादा का वार्षिक मुनाफा व भूखंड देने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया था।

निवेशकों को उनकी रकम जमीनों, शेयर मार्केट, सोने-चांदी व हीरे में निवेश करने का झांसा देकर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प ली गई थी, जबकि कंपनी संचालकों ने कई जमीनें खरीदने के झूठे दावे किए थे। वास्तव में उनके पास जमीनें नहीं थीं। कंपनी के वादों व दावों के अनुरूप रिटर्न न मिलने पर निवेशकों ने कंपनी संचालकों से अपनी रकम वापस मांगनी शुरू की थी। इस पर कंपनी ने कई निवेशकों को पोस्टडेटेड चेक दिए थे, जो बाउंस हो गए। तब निवेशकों ने कंपनी व उसके संचालकों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करानी शुरू की थीं।

लखनऊ के पीजीआइ थाने में दर्ज मुकदमे में पुलिस ने जुलाई 2020 में कंपनी संचालक अजीत कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया था। निवेशकों ने यह भी आरोप लगाए थे कि अजीत कुमार गुप्ता अपनी आइएफएस अधिकारी पत्नी निहारिका सिंह की उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अन्य बड़े नेताओं के साथ फोटो दिखाता था। निहारिका सिंह भी कंपनी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आई थीं। ईडी की पड़ताल में कंपनी संचालकों की कई नामी व बेनामी संपत्तियोंं की जानकारियां भी सामने आई हैं। निवेशकों की रकम से कंपनी संचालकों ने अपने करीबियों के नाम कई संपत्तियां जुटाई हैं।

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