दुर्गा प्रतिमा विसर्जन: जयकारों के साथ अयोध्या समेत सभी जिलों में शुरू हुआ विसर्जन

अयोध्या समेत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन बाराबंकी बलरामपुर लखीमपुर रायबरेली समेत सभी जिलों में कोविड 19 के प्रोटोकाल के तहत दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन शुरू किया गया। प्रदेश भर में दो दिन होगा विसर्जन।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 05:55 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 05:55 PM (IST)
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन: जयकारों के साथ अयोध्या समेत सभी जिलों में शुरू हुआ विसर्जन
उत्तर प्रदेश में विजय दशमी पर शुरू हुआ दुर्गा प्रतिमा विसर्जन।

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में शाम पांच के बाद से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया है।दशमी तिथि लगते ही दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ। अयोध्या के निर्मली कुंड पर शहर की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हो रहा है। जनपद में लगभग 1400 दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना हुई है। कल भी होगा विसर्जन।अयोध्या धाम में 25 ,26 अक्टूबर दो दिन विसर्जन किया जाएगा। रुदौली में कंल 26 अक्टूबर  को होगा विसर्जन। सुल्तानपुर सीमा से लगे इलाकों में 30 तारीख को विसर्जन होगा। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत छोटी गाड़ियों में माता के जयकारे के साथ निर्मली कुंड प्रतिमाएं पहुंच रही हैं। कोविड-19 को देखते हुए इस बार जीआईसी के मैदान में दुर्गा प्रतिमाएं इकठ्ठी नहीं हुईं। विसर्जन स्थल निर्मली कुंड पर केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी व जिला प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद।

मां के जयकारों के साथ हुआ मूर्ति विसर्जन 

बाराबंकी, मां के जयकारों के साथ रविवार को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। कोरोना वायरस के कारण इस बार छोटे आकार की प्रतिमाएं श्रद्धालुओं ने स्थापित की थी। प्रतिमा विसर्जन के दौरान शारीरिक दूरी का भी पालन श्रद्धालुओं ने किया। सादगी के साथ विसर्जन जुलूस शहर व ग्रामीण क्षेत्र में निकाला गया। दशमी के दिन कल्याणी नदी के तट पर मूर्तियों का विसर्जन किया गया। सुबह से ही प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर श्रद्धालु उत्साहित रहे इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। देर शाम तक प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। रामनगर क्षेत्र के घाघरा घाट पर प्रतिमाओं का विसर्जन करने काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मां के जयकारों के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। सुबह घरों में कन्याओं को भोज भी कराया गया। विधि विधान से श्रद्धालुओं ने पूजन अर्चन भी किया।

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