लखनऊ में डीआरआइ ने पकड़ा एक टन गांजा, प्रयागराज के रास्ते आंध्र प्रदेश से हो रही थी सप्लाई
डीआरआइ के अफसरों के अनुसार आंध्र प्रदेश से प्रयागराज के रास्ते ट्रक में भारी मात्रा में गांजा लाए लाने की सूचना मिली थी। इस पर टीम सक्रिय हो गई। लखनऊ-आगरा एस्सप्रेसवे के रास्ते आ रहे गांजा से लदे ट्रक को लखनऊ में पकड़ा गया।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। डायरेक्ट्रेट आफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर 972 किलो गांजा बरामद किया है। गांजा आंध्र प्रदेश से तस्करी कर लाया जा रहा है, जिसकी सप्लाई एनसीआर क्षेत्र में की जानी थी। डीआरआइ को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर गांजा तस्करों की जांच की जा रही थी। डीआरआइ अधिकारियों के अनुसार आंध्र प्रदेश से प्रयागराज के रास्ते ट्रक में भारी मात्रा में गांजा लाए जाने की सूचना मिली थी। इस पर डीआरआइ की टीम सक्रिय की गई। लखनऊ-आगरा एस्सप्रेसवे के जरिये गांजा से लदा ट्रक आ रहा था, जिसे लखनऊ में पकड़ा गया। तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। डीआरआइ एनडीपीएस एक्ट के तहत आगे की कार्रवाई कर रहा है।
दहेज हत्या में पति को 10 साल का कठोर कारावास : दहेज हत्या के एक मामले में दोषी करार दिए गए अभियुक्त पति सत्यभान सिह उर्फ शीबू को अदालत ने 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। विशेष जज अजय श्रीवास्तव ने इस पर 80 हजार का जुर्माना भी ठोंका है। सरकारी वकील सुनील यादव के मुताबिक 30 जनवरी, 2019 को इस मामले की एफआइआर मृतका के पिता सत्य कुमार सिंह ने थाना अलीगंज में दर्ज कराई थी। दो मई, 2009 को उनकी बेटी शिल्पी की शादी सत्यभान सिंह से हुई थी। लेकिन शादी के बाद से ससुराल वाले दहेज की खातिर शिल्पी को प्रताड़ित कर रहे थे। अदालत ने इस मामले में साक्ष्य के अभाव में ससुर रमेश, सास सुमित्रा तथा ननद नम्रता व योगिता को बरी कर दिया है।