Mukhtar Ansari Ambulance Case: डॉ अलका के सयहोगी की रिपोर्ट आई पॉजिटिव, कोविड बैरक में भेजा
बाराबंकी जेएनएन। फर्जी दस्तावेज से एंबुलेंस पंजीयन मामले में डा. अलका राय के साथ गिरफ्तार किए गए उनके सहयोगी शेषनाथ राय की कोरोना की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके बाद उसे जिला कारागार में कोविड आइसोलेट की अलग बैरक में रखा गया है।
बाराबंकी, जेएनएन। फर्जी दस्तावेज से एंबुलेंस पंजीयन मामले में डा. अलका राय के साथ गिरफ्तार किए गए उनके सहयोगी शेषनाथ राय की कोरोना की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके बाद उसे जिला कारागार में कोविड आइसोलेट की अलग बैरक में रखा गया है।
जेल अधीक्षक हरिबक्श सिंह ने बताया कि रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उसे कारागार की मुख्य बैरक में अन्य बंदियों के साथ रखा जाएगा। वर्तमान में जो भी बंदी आ रहे हैं उनका कोविड टेस्ट कराया जा रहा है। चार अलग बैरक पाजिटिव आने वाले बंदियों के लिए रखी गई हैं। इनमें पाजिटिव आने वाले बंदियों को रखा जा रहा है।
बता दें कि मऊ जिले से गिरफ्तार कर अलका राय और शेषनाथ राय को मंगलवार को बाराबंकी कोतवाली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। इसमें एक साथी राजनाथ यादव भी है, जिसे पहले ही जेल भेजा जा चुका है। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि बाराबंकी में फेक आइडी बनाकर मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल के नाम से अलका राय और उनके सहयोगियों ने एंबुलेंस खरीदकर रजिस्टर्ड कराया था। शेषनाथ एम्बुलेंस खरीद में जमानतदार थे। दोनों की गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है।अलका राय ने अपने बयान में बताया है कि मुख्तार के कहने पर वर्ष 2013 में फेक आइडी के सहारे एंबुलेंस खरीदा था। जोकि मुख्तार के निजी कार्य में प्रयोग होती थी। अन्य फरार साथियों की तलाश हो रही है।