लखनऊ में पार्किंग शुल्क के नाम पर वाहन स्वामियों से खुले आम लूट, मनमानी वसूली कर रहे ठेकेदार
सहारागंज के अंदर की पार्किंग का 30 रुपये प्रति तीन घंटे और इसके बाद हर घंटे के 10 रुपये लिए जाते हैं। बाइक के 20 रुपये लिए जाते हैं। नगर निगम की ओर से आवंटित शाहजनफ रोड की पार्किंग में बोर्ड के साथ रेट गायब है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। नगर निगम प्रशासन ने मनमानी पार्किंग शुल्क की वसूली रोकने के लिए भले ही रेट बोर्ड लगा दिए हों, लेकिन ठेकेदार बोर्ड से रेट गायब कर मनमानी वसूली कर रहे हैं। सहारागंज में अंदर से बाहर का पार्किंग शुल्क ज्यादा है। फुटपाथ पर चार घंटे के एवज में 10 के बजाय 20 रुपये मोटरसाइकिल और स्कूटर पार्किंग करने वालों से वसूले जाते हैं। कार चालकों से 40 रुपये की वसूली होती है। सहारागंज के अंदर की पार्किंग के 30 रुपये प्रति तीन घंटे और इसके बाद हर घंटे के 10 रुपये वसूले जा रहे हैं। मोटरसाइकिल और स्कूटर के 20 रुपये और प्रति घंटे 10 रुपये लिए जाते हैं।
नगर निगम की ओर से आवंटित शाहजनफ रोड की पार्किंग में बोर्ड के साथ रेट सूची चस्पा नहीं है। कुछ ही दूरी पर सप्रू मार्ग पर नगर निगम का रेट बोर्ड लगा है, जिस पर चार पहिया के चार घंटे के लिए 20 और दो पहिया के लिए 10 रुपये शुल्क निर्धारित हैं। ऐसे में ठेकेदार और पुलिस के गठजोड़ से वाहन पार्किंग करने वालों से मनमानी वसूली का खेल चल रहा है।
तो इसलिए हो रही अवैध वसूली : सहरागंज की पार्किंग का शुल्क 10 रुपये प्रतिघंटे के हिसाब से लिया जाता है। इसकी वजह से आम आदमी उसके सामने फुटपाथ पर पार्किंग करने को मजबूर हैं, जबकि नगर निगम की ओर से निर्धारित शुल्क ही निजी पार्किंग में भी लिए जाने का प्रावधान है। इसके बावजूद मनमानी वसूली की जा रही है।
श्रीराम टावर के सामने अवैध पार्किंग : श्रीराम टावर के सामने शक्तिभवन के चहारदीवारी के सहारे अवैध पार्किंग की जा रही है। टावर के सामने एक पटरी पर पार्किंग का ठेका है तो टावर परिसर में अलग पार्किंग शुल्क लगाया जाता है। यहां नगर निगम पार्किंग का बैनर भी लगा है। सड़क के किनारे दुकानें और पार्किंग की वजह से जाम की समस्या भी बनी रहती है।