छह अंगों में फैला कैंसर, पांच घंटे चले ऑपरेशन के बाद बची महिला की जान

लखीमपुर खीरी निवासी 50 वर्षीय महिला को पेट दर्द पीलिया समस्या लेकर आई महिला में कैंसर निकला। आंको सर्जरी विभाग में मरीज को भर्ती किया गया। लोहिया संस्थान के डॉक्टरों ने मरीजों को दिया जीवनदान। ऑपरेशन में पांच घंटे लगे।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 08:41 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 07:05 AM (IST)
छह अंगों में फैला कैंसर, पांच घंटे चले ऑपरेशन के बाद बची महिला की जान
लोहिया संस्थान में जलिट सर्जरी कर डॉक्टरों ने महिला की जान बचाई।

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना काल में लोहिया संस्थान में जलिट सर्जरी की गई। पेट दर्द, पीलिया समस्या लेकर आई महिला में कैंसर निकला। उसके शरीर के छह अंगों में बीमारी फैल चुकी थी। ऐसे में आंको सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने पांच घंटे ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई।

दरअसल, लखीमपुर खीरी निवासी 50 वर्षीय महिला को पीलिया हो गया। कुछ दिनों बाद उसके तेज पेट दर्द होने लगा। आसपास के डॉक्टरों को दिखाया। मगर, राहत नहीं मिली। ऐसे में एक माह पहले परिवारजन मरीज को लेकर लोहिया संस्थान पहुंचे। यहां आंको सर्जरी विभाग में मरीज को भर्ती किया गया। डॉ. आकाश अग्रवाल ने मरीज की जांचें कराईं। इसमें पेट में कैंसर फैला मिला। गॉल ब्लैडर का कैंसर लिवर, छोटी आंत, बड़ी आंत, पैंक्रियाज, बाइल डक्ट तक पहुंच चुका था। ऐसे में तत्काल ऑपरेशन का फैसला किया। इस दौरान डॉ. गौरव, डॉ. विमलेंद्र आदिचि की टीम ने ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई। अब उसकी हालत में सुधार है। ऑपरेशन में पांच घंटे लगे।

छोटी आंत से बनाई बाइल डक्ट

डॉ. आकाश के मुताबिक, गॉल ब्लैडर पूरी तरह कैंसर की गिरफ्त में आ गया था। ऐसे में उसे हटा दिया गया। पित्त नली (बाइल्ड डक्ट) भी हटा दी गई। पैंक्रियाज, लिवर, छोटी आंत, बड़ी आंत का कैंसर से घिरा हिस्सा निकाला गया। इसके बाद छोटी बांत से बाइल डक्ट बनाकर आमाशय व पैंक्रियाज से जोड़ दिया गया। ऑपरेशन में करीब 80-90 हजार का खर्च आया। वहीं, निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन के चार से पांच लाख का खर्च आता।

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