Fight Against COVID-19 in Lucknow : साथी हुए संक्रमित तो OPD के बाद संभाली इमरजेंसी की जिम्मेदारी, कोविड मरीजों के इलाज के लिए संकल्पित
राजधानी के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात चार में से तीन डाक्टरों को कोविड हो चुका है। इसके बाद दूसरे डॉक्टर को यह जिम्मा सौंपा गया है। वहीं मुसीबत के इस दौर में कई लोग कोविड पॉजिटिव मरीजों की मदद को आगे आ रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में मैं बतौर वरिष्ठ फिजीशियन तैनात हूं। ओपीडी में में मरीजों को देखता था। अब हमारे अस्पताल के ज्यादातर साथ कोविड संक्रमित हो चुके हैं। इमरजेंसी में तैनात चार में से तीन डाक्टरों को कोविड हो चुका है। इसके बाद अब मुझे यह जिम्मा सौंपा गया है। मरीजों के हित में जो कुछ हो सकता है वह कर रहा हूं। मेरी कोशिश होती है कि कोई भी मरीज बिना इलाज के नहीं लौटने पाए। कोविड महामारी में चुनौतियां बहुत हैं। घर में दो छोटे बच्चे व परिवार है। यहां से जाने के बाद खुद को आइसोलेट भी रखना होता है। सैनिटाइजेशन के प्रोटोकॉल को फॉलो करता हूं। बच्चे घर में हों तो उनसे शारीरिक दूरी रख पाना संभव नहीं हो पाता। मगर वह भी करना पड़ता है। संक्रमण से बचने के लिए स्टीम नियमित सुबह शाम लेता हूं। मेरे रिश्तेदार व परिवार में भी कई लोग पॉजिटिव हो गए हैं। मगर चाहकर भी उनके लिए कुछ नहीं कर सकता। कोई इमरजेंसी पड़ी तो वहां जा भी नहीं सकता हूं। क्योंकि यहां कि जिम्मेदारी भी है। यहां हमारे निदेशक का बहुत सहयोग रहता है। वह हम लोगों में संक्रमण की आशंका को लेकर हमेशा सतर्क करते रहते हैं। उन्हें हमारी चिंता होती है। इससे हमें काम करने का हौसला मिलता है। मरीज भी हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं।
खुद के खर्चे से ऑक्सीजन सिलेंडर बांट रहे नितिन: कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। इन सबके बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सेवा भाव से मरीजों की मदद में निश्वार्थ जुटे हुए हैं। इन्हीं में से एक हैं पुलिस कमिश्नर के यहां मीडिया सेल में तैनात दारोगा नितिन यादव। दारोगा नितिन ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर अपनी गाड़ी में रखते हैं। नितिन ने इंटरनेट मीडिया पर अपना मोबाइल नंबर डाला है और ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ने पर उनसे संपर्क करने की अपील की है। ऑक्सीजन के अभाव में दर दर भटक रहे लोगों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने नितिन से संपर्क किया। इसके बाद नितिन ने मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया। नितिन के मुताबिक शुरू में उन्होंने दो सिलेंडर खरीदे थे, लेकिन लोगों की मांग देख दोस्तों की मदद से तीन और खरीदे। वह लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर भरकर देते हैं। सिलेंडर खाली होने पर वह वापस उसे भरवाकर अन्य जरूरतमंदों को भिजवाते हैं। नितिन के इस कार्य की लोग सराहना कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर भी नितिन की यह पहल चर्चा बनी हुई है।