लखनऊ : सर्दियों में नहाते वक्‍त इन बातों का रखें ध्‍यान, वरना हो सकते हैं ब्रेन स्ट्रोक के श‍िकार

इन दिनों सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ है। बीमारियों से अपना बचाव कैसे करें स्वस्थ कैसे रहें। ऐसे ही कई सवालों के जवाब बलरामपुर अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ नरेंद्र देव ने द‍िए।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 05:31 AM (IST)
लखनऊ : सर्दियों में नहाते वक्‍त इन बातों का रखें ध्‍यान, वरना हो सकते हैं ब्रेन स्ट्रोक के श‍िकार
इस मौसम में ठंडी से अपना बचाव करें। फ्रीज में रखी व ठंडी वस्तुओं का सेवन ना करें।

लखनऊ, जेएनएन। ठंडी के मौसम में सामान्य सर्दी, प्रदूषण व एलर्जी की वजह से ब्रोंकाइटिस, सर्दी, खांसी, छींक, गले में खराश, जुकाम, बुखार जैसी तमाम समस्याएं आम हैं। इन दिनों सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे ही मरीजों की भीड़ है। लगातार ओपीडी में ऐसे मरीज इलाज को पहुंच रहे हैं। इन बीमारियों से अपना बचाव कैसे करें, स्वस्थ कैसे रहें वाह सर्दी में अपनी सेहत की देखभाल कैसे करें। इनसे जुड़े तमाम सवालों का जवाब दिया वृहस्पतिवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में बलरामपुर अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ नरेंद्र देव ने। उन्होंने यह भी बताया कि सर्दियों में झरने के पानी के नीचे व बहुत अधिक ठंडे पानी से नहाने पर ब्रेन स्ट्रोक तक का खतरा हो सकता है। 

सवाल- मेरी उम्र 76 साल है। एल 4-5 चिपके हुए हैं। इससे पैरों में ऑक्सीजन नहीं जाती। चलने में दिक्कत है। -जय नारायण अवस्थी, बाराबंकी

जवाब: आप पहले अपने शुगर,बीपी की जांच करा लें। उसको नियंत्रित रखें। झुक कर काम ना करें। वेस्टर्न कमोड का इस्तेमाल करें। कमर में बेल्ट लगाएं और किसी न्यूरो या आर्थो के डॉक्टर को दिखा लें।

सवाल: सर्दियों में पंपिंग सेट या झरना के नीचे बैठकर नहाने से ब्रेन हेमरेज या पैरालाइज हो सकता है क्या? देवेश पांडे, श्रावस्ती

जवाब- ट्यूबवेल में ताजा पानी आता है। इसलिए उसके नीचे नहाने से दिक्कत नहीं है, लेकिन जो पहले से बीपी इत्यादि के मरीज हैं अथवा कमजोर हैं यदि वह झरने के ठंडे पानी या अन्य किसी स्रोत के बहुत अधिक ठंडे पानी को देर तक सिर पर डाल कर नहाते हैं तो इससे ब्रेन हैमरेज, पैरालाइज अथवा हृदयाघात तक हो सकता है। क्योंकि ठंडा पानी लगातार सिर पर पड़ने से दिमाग को ऑक्सीजन पहुंचाने वाली नसें सिकुड़ जाती हैं। इससे रक्त का थक्का जमने की आशंका रहती है।

सवाल: मैं रोज सुबह 3:00 बजे तड़के उठता हूं। उस दौरान नाक बहने व छींक आने की समस्या है। धर्मराज निषाद, चांदा सुल्तानपुर

जवाब: यह कोल्ड एयर अथवा मौसमी एलर्जी, डस्ट की वजह से दिक्कत हो सकती है। सुबह डायरेक्ट हवा के संपर्क में ना आएं। मुंह में मास्क, तौलिया या अंगौछा लगाकर रखें। गुनगुना पानी पीएं। सुबह शाम भाप लें।

सवाल: मेरी थायराइड बढ़ी हुई है। कभी-कभी बीपी भी बढ़ जाता है। क्या करें? आनंद चौबे, गोंडा

जवाब: आप अपना बीपी नियंत्रित रखें। फ्रीज की रखी व ठंडी वस्तुओं का सेवन ना करें।

सवाल: मुझे सर्दी के मौसम में अक्सर जुकाम व डायरिया हो जाता है। सांस फूलने लगती है। पीएन प्रजापति, कूरेभार सुल्तानपुर

जवाब: इस मौसम में प्रदूषण व एलर्जी की वजह से ऐसा हो जाता है। अगर समस्या लंबे समय तक हो तो कोविड- जांच करा लें। ठंडी वस्तुओं का सेवन करने से परहेज करें। भाप व गुनगुना पानी लें।

सवाल: करीब 15 दिनों से मेरे बाएं हाथ में झनझनाहट व दर्द रहता है।- विमल कुमार शुक्ला, बहराइच

जवाब: यह मल्टीविटामिन या कैल्शियम की कमी से हो सकता है। आप किसी एमडी फिजीशियन को दिखाकर परामर्श लें।

सवाल: मैं 87 वर्ष का हूं। मेरे सिर में भारीपन व उलझन रहती है। रामप्रकाश, गोखले मार्ग लखनऊ

जवाब: ऐसा बीपी कम ज्यादा होने की वजह से हो सकता है। आप एक हफ्ते तक चार्ट बनाकर अपने बीपी की दिन में तीन बार मानिटरिंग करें। उसके बाद किसी फिजीशियन को दिखा लें।

सवाल: मेरी उम्र 30 वर्ष है। ठंडी में नाक से पानी आने लगता है। -राजीव कुमार मिश्रा, गोंडा

जवाब: यह एलर्जी व रायनाइटिस की वजह से हो सकता है। इसमें लगातार नाक बहती है। छींक,खांसी व नाक में खुजली भी होती है। इसलिए सर्दी से अपना बचाव करें।

सवाल: मेरी पत्नी को हर मौसम में सूखी खांसी आती है? सतपाल सेठी, रायबरेली

जवाब: यह मौसमी संक्रमण है। इस दौरान सीजनल फ्लू की वजह से ऐसी दिक्कत होती है। अगर लगातार समस्या बनी हो तो कोविड- जांच करा लें। किसी फिजीशियन को दिखाकर दवाएं लें।

सवाल: इस मौसम में सर्दी और कोरोना से कैसे बचें? नृपेंद्र माथुर, निराला नगर लखनऊ

जवाब: इस मौसम में ठंडी से अपना बचाव करें। फ्रीज में रखी व ठंडी वस्तुओं का सेवन ना करें। गुनगुना पानी पिएं। बाहर से आने पर गर्गल करें व सुबह शाम दो से पांच मिनट तक भाप लें। दिन में एक-दो बार काढ़े का सेवन करें।

सवाल: मेरी बेटी नौ साल की है। उसके पेट में मरोड़ हो रहा है। एक दिन से उल्टी भी हो रही है। आशा लोहिनी, इंदिरा नगर लखनऊ

जवाब: ऐसा सर्दी लगने की वजह से हो सकता है। बच्चे को ठंड से बचा कर रखें। फ्रीज की रखी वस्तुएं खाने-पीने में ना दें। गुनगुने पानी से ही उसे स्नान कराएं व यही पानी पीने को भी दें। ज्यादा दिक्कत होने पर सुबह-शाम भाप लें। पानी की शरीर में पर्याप्त मात्रा बनाए रखें । आराम ना होने पर किसी नजदीकी अस्पताल में पीडियाट्रिशियन को दिखा लें।

सवाल: मेरे घर में चार महीने पहले सभी लोग कोविड पॉजिटिव हो गए थे। अब सभी को सर्दी, खांसी, जुखाम इत्यादि की द‍िक्कत है। जोकि दवा लेने पर भी ठीक नहीं हो रही है। पूनम अग्रवाल, महानगर लखनऊ

जवाब: आप सभी लोग अभी भी सुबह शाम भाप लेते रहें। पीने में गुनगुना पानी लें। फ्रीज व ठंडी वस्तुओं को लेने से परहेज करें। कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में ऐसी दिक्कत होना आम बात है। इसीलिए सिविल व बलरामपुर अस्पताल में पोस्ट कोविड-19 मरीजों के लिए अलग से क्लीनिक खोली गई है। वहां पर जाकर डॉक्टर को दिखा लें।

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