Doctor Firing Case of Lucknow: डॉक्टर की हालत गंभीर, रंजिश और प्रेम प्रसंग पर टिकी पुलिस की पड़ताल
लखनऊ के बालाजीपुरम में अस्पताल संचालक डाॅ. संदीप अग्रवाल को गोली मारने के मामले में पुलिस की पड़ताल रंजिश और प्रेम प्रसंग समेत कई अन्य बिंदुओं पर टिकी है। हालांकि अभी तक हमलावरों का पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है।
लखनऊ, जेएनएन। चिनहट के बालाजीपुरम में अस्पताल संचालक डाॅ. संदीप अग्रवाल को गोली मारने के मामले में पुलिस की पड़ताल रंजिश और प्रेम प्रसंग समेत कई अन्य बिंदुओं पर टिकी है। हालांकि अभी तक हमलावरों का पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस की टीमें हमलावरों की तलाश में दबिश देने के साथ ही कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उधर, अपोलो में भर्ती डा. संदीप की कोविड रिपोर्ट न आने के कारण उनके गले का आपरेशन नहीं हो सका है। एक गोली डा. संदीप के गले में फंसी हुई है। उनके सिर पर भी पीछे गंभीर चोट है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सिर पर किसी वस्तु से प्रहार कर उन्हें गोली मारी गई है। मौके पर दो गोलियां चली थीं।
इंस्पेक्टर चिनहट धनंजय पांडेय ने बताया कि गोली कांड के मामले में संदीप की पत्नी संगीता समेत अन्य परिवारजनों से बात की गई पर अभी तक उन्होंने किसी रंजिश की बात से इन्कार किया है। डाक्टर के होश में आने पर ही कई बिंदुओं की जानकारी हो सकेगी। ज्ञात हो कि मंगलवार देर रात अस्पताल से घर लौटते समय कार सवार डाॅ. संदीप को एक्सयूवी सवारों ने उनके बालाजीपुरम स्थित घर से कुछ दूर पहले रोका और गोली मार दी थी।
हास्पिटल पहुंची पुलिस टीम, कर्मचारियों से पूछताछ: एडीसीपी पूर्वी सैय्यद मोहम्मद कासिम आब्दी ने बताया कि एक टीम बुधवार को डाक्टर के सर्वोदयनगर स्थित हर्षित ट्रामा सेंटर हास्पिटल भी गई थी। वहां कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। पड़ताल में पता चला कि बीते कुछ दिन पहले वहां कोविड संक्रमित मरीज भी भर्ती हुए थे, जिसके तीमारदारों से इलाज के खर्च को लेकर नोकझोंक और विवाद हुआ था। कई बिंदुओं की जांच की जा रही है। इसके साथ ही सीसी कैमरे में कैद हमलावरों की तलाश में दबिश दी जा रही है।