CoronaVirus: दहशतजदा न हों, यात्रा कर घर लौटे लोग बरतें सावधानियां

CoronaVirus केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा कि कोरोना को लेकर दहशतजदा रहना ठीक नहीं बल्कि इसके प्रति सतर्कता जरूरी है लक्षणों पर करें गौर।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 02:05 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 02:05 PM (IST)
CoronaVirus: दहशतजदा न हों, यात्रा कर घर लौटे लोग बरतें सावधानियां
CoronaVirus: दहशतजदा न हों, यात्रा कर घर लौटे लोग बरतें सावधानियां

लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus: कोरोना की दहशत लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल रही है। लोग परेशान हैं कि क्या करें, क्या न करें। ऐसे में अपने पाठकों को इस दुविधा से निकालने के लिए ‘दैनिक जागरण’ वाट्सएप हेल्पलाइन चला रहा है। मंगलवार को भी इस नंबर पर ढेरों सवाल आए। इनका जवाब देते हुए केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा कि कोरोना को लेकर दहशतजदा रहना ठीक नहीं, बल्कि इसके प्रति सतर्कता जरूरी है।

मौसम में आ रहे बदलाव से सर्दी, जुकाम, बुखार होना आम है, लेकिन विदेश यात्रा सहित दिल्ली-मुंबई से लौटे हैं तो लक्षणों पर नजर रखें। अगर तेज बुखार के साथ सांस फूल रही है तो सतर्क हो जाएं। खुद को परिवारजन से अलग रखते हुए क्वारंटाइन करें। अलग शौचालय का प्रयोग करें। ऐसा करने से आपके अपने सुरक्षित रहेंगे। स्थिति बिगड़ती लगे तो सीएमओ कार्यालय के कंट्रोल रूम को फोन करें।

सवाल- दिल्ली से लौटे 15 दिन हो गए। होम क्वारंटाइन में हूं। क्या कोरोना जांच की आवश्कता है? (पी मिश्र, अयोध्या)

जवाब- अभी आपमें कोई लक्षण नहीं है। ऐसे में जांच की आवश्यकता नहीं है। एक सप्ताह का क्वारंटाइन और बढ़ा लें। यदि इस बीच लक्षण आते हैं तो सीएमओ कार्यालय फोन कर जानकारी दें।

सवाल- सुबह-शाम खांसी आ रही है। 15 दिन से दिक्कत बनी हुई है, क्या करें? (दिनेश, बाराबंकी)

जवाब- मौसम के बदलाव का असर है। बुखार नहीं है। ऐसे में चिंता न करे। गुनगुना पानी पीएं और भाप लें। ठीक हो जाएंगे।

सवाल- सप्ताह भर से जुकाम है। शरीर में दर्द हो रहा है। दायीं तरफ चेस्ट पेन की भी समस्या है। क्या हो सकता है? (शिवानी, लखनऊ)

जवाब- तीन टाइम भाप लें। गुनगुना पानी पीएं। राहत न मिले तो एक बार चेस्ट के डॉक्टर को दिखा लें।

सवाल- ब्रेड के सेवन से भी क्या कोरोना हो सकता है? (मुशीर अहमद, रूदौली)

जवाब- ब्रेड से कोरोना नहीं होता है। उसका रैपर को खोलने से पहले अपने हाथ को धुल लें।

सवाल- गले में खराश रहती है, सुबह बलगम आ जाता है। क्या करें? (राज, बहराइच)

जवाब- कोई घबराने की जरूरत नहीं है। मौसम के बदलाव से आपको समस्या हो रही है। नमक पानी से गरारा करें, भाप भी लें।

सवाल- सोते वक्त सांस लेने में हवा ठंडी लगती है। नाक जाम हो जाती है। क्या करें? (सत्यम पटेल, अंबेडकर नगर)

जवाब- साइनस की दिक्कत हो सकती है। एक बार ईएनटी के डॉक्टर को दिखा लें। तब तक भाप लें। राहत मिलेगी।

सवाल- कोरोना के लक्षण क्या हैं, कैसे पहचानें? (जय नारायण, अयोध्या)

जवाब- सूखी खांसी, बुखार, सिरदर्द, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द व अपच होना कोरोना के लक्षण हैं। ध्यान दें, कोरोना किसी संक्रमित व्यक्ति व संक्रमित वस्तु के संपर्क में आने से होता है। ऐसे घबराने की जरूरत नहीं है।

सवाल- सूखी खांसी बहुत आ रही है। इससे राहत पाने का क्या उपाय है? (राममणि, अमेठी)

जवाब- यदि लंबे समय से खांसी आ रही तो एक्स-रे करा लें। चेस्ट फिजीशियन से मिलकर इलाज कराएं। यह सीओपीडी का भी लक्षण हो सकता है।

सवाल- मास्क बनाने के लिए कौन सा कपड़ा बेहतर रहेगा? (खुशी पांडेय, बाराबंकी)

जवाब- मास्क बनाने के लिए सूती कपड़ा बेहतर है। इसको दो-तीन लेयर में करके मास्क बनाएं।

सवाल- गले में खराश है। बलगम भी बन रहा है। क्या करूं? (पवन, हरियांवा)

जवाब- मौसम बदलने से दिक्कत हुई है। कुछ दिन भाप लें। गुनगुना पानी पीएं, राहत मिल जाएगी।

सवाल- कोरोना से सुरक्षित करने के लिए क्या कोई दवा है, जिसे पहले से खा लिया जाए? (जर्नादन, खमरिया)

जवाब- ऐसी कोई दवा नहीं है, जो पहले से कोरोनो से सुरक्षित कर दे। इसको लेकर दुनियाभर में शोध चल रहे हैं। बेवजह किसी दवा का सेवन न करें।

सवाल- घर से बाहर निकलते समय क्या सावधानी बरतें, जिससे कोरोना वायरस से बचा जा सके? (मनीष, भीरा)

जवाब- घर से निकलने से बचें। लॉकडाउन का पालन करें। अगर बाहर जाना पड़े, तो किसी से हाथ न मिलाएं। मास्क लगा लें। लौटकर आने पर हाथ साफ कर लें।

सवाल- सर्दी-जुकाम है। गले में खराश है। सांस लेने में तकलीफ हो रही है। क्या करें। (नीलम, लालगंज)

जवाब- यदि आप किसी यात्र से नहीं लौटीं, संक्रमित व्यक्ति या वस्तु के संपर्क में नहीं आई हैं, तो घबराएं नहीं। यह साइनस की समस्या हो सकती है। भाप लें। योग व प्राणायाम करें।

सवाल- बच्चे को वैक्सीन नहीं लग पाई है। देर होने से क्या कोई दिक्कत हो सकती है? (आशुतोष , लखनऊ)

जवाब- वैक्सीनेशन शेड्यूल में दो हफ्ते की देरी से कोई दिक्कत नहीं है। लॉकडाउन खुलने के बाद अस्पताल पहुंचकर वैक्सीन लगवा लें।

सवाल- कार्यालय की पुरानी फाइलें उठाता हूं, तो छींक आने लगती है। क्या हो सकता है? (अंकित सिंह, अयोध्या)

जवाब- आपको डस्ट एलर्जी है। इसलिए फाइल उठाते समय मुंह पर कपड़ा लगा लिया करें।

सवाल- 20 दिनों से मल के साथ ब्लड आ रहा है। क्या दिक्कत हो सकती है? (शुभम, लखनऊ)

जवाब- पाइल्स, फिशर की समस्या हो सकती है। फाइबर युक्त भोजन करें। गैस्ट्रोलॉजी विभाग में दिखा लें।

सवाल- माहभर से खांसी आ रही है। दवा बंद करने से दिक्कत बढ़ जाती है। क्या करूं? (नेहा, लखनऊ)

जवाब- अभी कुछ दिन भाप लें, गुनगुना पानी पीएं। समस्या का हल न हो तो लॉकडाउन के बाद चेस्ट के डॉक्टर को दिखा लें।

सवाल- दिल्ली से लौटा हूं। गले में खराश, जुकाम और बुखार है। क्या करूं? (रवि, अंबेडकरनगर) 

जवाब- खुद को क्वारंटाइन में कर लें। विटामिन सी की डोज ले लें। बुखार हो तो पैरासीटामाल ले लें। दिक्कत बढ़ने पर सीएमओ कार्यालय फोन पर जानकारी दें।

कोरोना संक्रमण के खतरे ने सबके लिए कठिनाई पैदा कर दी है। एक तरफ संक्रमण का वास्तविक खतरा है, जिससे बचने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन समेत तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं। इससे हटकर तरह-तरह की अफवाहों और आशंकाओं ने भी लोगों की मानसिक परेशानी बढ़ा दी है। यदि आप भी ऐसी किसी आशंका, चिंता या भय से ग्रस्त हैं तो आप अपनी बात जागरण के साथ शेयर करिए। हमारी टीम संबंधित विशेषज्ञ से आपकी समस्या का समाधान करवाएगी। विशेषज्ञ का जवाब जागरण के अगले अंक में प्रकाशित किया जाएगा। विशेषज्ञ के परामर्श के लिए आप अपनी परेशानी वाट्सएप नंबर 9838423163 पर मैसेज कर दीजिए। मैसेज में अपना नाम और पता अवश्य लिखें। अपना संदेश आप हमें 12 बजे तक भेज सकते हैं। आपके सवाल के जवाब गुरुवार के अंक में प्रकाशित किया जाएगा। कृपया मैसेज भेजें, कॉल न करें।

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