लखनऊ में मेघदूत फैक्ट्री पर छापेमारी, सैनिटाइजर के नमूने लिये गये
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लखनऊ में सक्रिय हुए नकली सैनिटाइजर फैक्ट्रियों पर हो रही है छापेमारी।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाओ को लेकर लॉक डाउन किए जाने के बावजूद भी एक फैक्ट्री में मजदूरों से काम कराया जा रहा था। जानकारी होने के बाद एसडीएम डा संतोष कुमार सीओ डा ह्यदेश कुमार ने फैक्ट्री पर छापेमारी की। श्रम और मेडिकल विभाग की टीम के साथ जांच के दौरान सेनेटाइजर के नमूने भी लिये गये। राजधानी के बख्शी का तालाब में नबीकोट नंदना स्थित मेघदूत फैक्ट्री में महिला और पुरुष मजदूरों से काम कराये जाने की सूचना पर एसडीएम और सीओ द्वारा श्रम और आयुर्वेदिक विभाग को बुलाकर छापेमारी की गई।
फैक्ट्री में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष काम करते मिले। इस दौरान वहां बनाई जा रही सैनिटाइजर के नमूने भी लिये गये जिसे जांच के लिये भेजा जा रहा है। इस फैक्ट्री में आयुर्वेदिक घरेलू उत्पाद जिसमें शैंपू,मुरब्बा,अचार,सैनिटाइजर, जैसे कई उत्पादों बनाये जाते हैं। एसडीएम ने बताया आयुर्वेद विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी सुनीता सिंह द्वारा जांच में बताया गया फैक्ट्री के लाइसेंस संबंधी कागजात सही हैं। फैक्ट्री संचालक को काम करने वाले सभी महिला पुरुष कर्मचारियों को मास्क उपलब्ध कराने तथा फैक्ट्री में साफ सफाई रखने के निर्देश दिये गये हैं। क्षेत्रीय श्रम अधिकारी संतोष कुमार मौर्या ने बताया फैक्ट्री एक के प्रावधानों के तहत मौके पर 51 मजदूर कार्य करते पाये गये।
उनको श्रम का भुगतान किस तरह से किया जा रहा है श्रम आयुक्त से अनुमति लेकर भुगतान की जांच की जायेगी। यदि विभाग के प्रावधानों से हटकर मजदूरी का भुगतान मिलता है तो संचालक के खिलाफ कारवाई की जायेगी।