COVID-19 Situation in UP: रायबरेली जिला अस्पताल की ओपीडी बंद, आरटीपीसीआर जांच को उमड़ी भीड़

सरकार के आदेश के बाद शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में ताला बंद कर दिया गया है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रखी गई हैं। कोरोना के इतर दूसरी बीमारियों से गंभीर होने वाले मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 02:07 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:19 AM (IST)
COVID-19 Situation in UP: रायबरेली जिला अस्पताल की ओपीडी बंद, आरटीपीसीआर जांच को उमड़ी भीड़
रायबरेली में कई निजी क्लीनिकों में भी डॉक्टरों ने बंद किया उपचार, मुश्किल में मरीज।

रायबरेली, जेएनएन। सरकार के आदेश के बाद शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में ताला बंद कर दिया गया है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रखी गई हैं। कोरोना के इतर दूसरी बीमारियों से गंभीर होने वाले मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। आरटी पीसीआर और कोरोना की एंटीजन जांच कराने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है, जिसमें सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा है।

जनपद में सक्रिय केस की संख्या दो हजार के पार पहुंचने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग संक्रमण रोकने को लेकर खासा संजीदा हो गया है। जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी, पीएचसी में भी ओपीडी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ गंभीर रूप से बीमार लोगों का ही इमरजेंसी में उपचार किया जा रहा है। निजी क्लीनिकों में भी काेरोना जांच रिपोर्ट आवश्यक किए जाने और कई डॉक्टरों द्वारा ओपीडी बंद कर दिए जाने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। वो ये नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इलाज कराने जाएं तो कहां जाएं।

सुरक्षा नियम तार-तार: जिला अस्पताल के भीतर सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हो रहा है। कोरोना की जांच कराने के लिए आने वाले ही शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। मानसिक रोग विभाग में सैंपलिंग व टेस्टिंग की जा रही है, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो रहे हैं। अस्पताल प्रशासन भीड़ को रोकने में असमर्थ साबित हो रहा है। पुलिस चौकी परिसर में होने के बावजूद शारीरिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित नहीं कराया जा रहा है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ता जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके श्रीवास्तव ने बताया कि हमारा अधिकांश स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गया है। किसी तरह इमजरेंसी सेवाएं दी जा रही हैं। निजी डॉक्टरों की ओपीडी में मरीज चिकित्सीय सलाह ले सकते हैं, अभी तो जिला अस्पताल की ओपीडी नहीं खुल सकती है।

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