Transport Authority Ayodhya: अयोध्या मंडल में डीजल संचालित आटो-टेंपो पर प्रतिबंध, जानें सीएनजी वाहनों के लिए कब जारी होंगे परमिट
राजधानी लखनऊ की तरह अब अयोध्या मंडल में भी डीजल संचालित आटो-टेंपो नहीं चल सकेंगे। डीजल संचालित टेंपो व आटो की जगह कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) से चलने वाले आटो व टेंपो लेंगे। विभाग ने यह कदम पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की दिशा में उठाया है।
बाराबंकी, [निरंकार जायसवाल]। राजधानी लखनऊ की तरह अब अयोध्या मंडल में भी डीजल संचालित आटो-टेंपो नहीं चल सकेंगे। डीजल संचालित टेंपो व आटो की जगह कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) से चलने वाले आटो व टेंपो लेंगे। मंडल के सभी पांच जिलों अंबेडकर नगर, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी और सुलतानपुर को संभागीय परिवहन प्राधिकरण अयोध्या से सीएनजी आटो के लिए परमिट जारी किया जाएगा। विभाग ने यह कदम पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की दिशा में उठाया है।
वाहनों से हो रहे वायु प्रदूषण को कम करने व प्राण वायु को और स्वच्छ बनाने के दिशा में बढ़ाए गए परिवहन विभाग के इस कदम से पहले से संचालित आटाे-टेंपो धीरे-धीरे इन जिलों से बाहर हो जाएंगे। हालांकि, डीजल वाहनों के संचालन पर अचानक रोक नहीं लगने जा रही है। इन वाहनों का परमिट पांच साल का होता है, जिनका नवीनीकरण ही अब नहीं होगा। जिससे इनका संचालन स्वत: ही बंद हो जाएगा। सीएनजी से संचालित आटो-टेंपों पर हरी-पीली पट्टी की जगह हरी व काले रंग की पट्टी लगी होगी। 843 आटो-डीजल संचालित : वर्तमान समय में जिले भर में विभिन्न मार्गाें पर डीजल से संचालित कुल 843 आटो व टेंपो दौड़ रहे हैं। हालांकि पर्यावरण की दिशा में उठाए गए इस कदम से इन वाहन मालिकों काफी झटका लगने वाला है। धीरे-धीरे कर यह सभी वाहन जिले से बाहर हो जाएंगे अथवा निष्प्रयोज्य हो जाएंगे। वर्तमान समय में चार सीएनजी पंप बाराबंकी में खुल चुके हैं, जिससे नए सीएनजी टेंपो अथवा आटो को री-फिलिंग कराने की समस्या नहीं होगी।
संभागीय परिवहन प्राधिकरण अयोध्या से पूर्व की तरह सीएनजी आटो व टेंपो का परमिट मिलेगा। पुराने आटो अथवा टेंपो को कब और कैसे संचालन से बाहर करना है, इस संबंध में अग्रिम आदेशाें की प्रतीक्षा है। इससे जिले का पर्यावरण और स्वच्छ होगा। -पंकज सिंह, एआरटीओ प्रशासन, बाराबंकी