रायबरेली में नवजात की मौत पर हंगामा, सीएचसी में प्रसव के लिए 1100 रुपये वसूलने का आरोप

मेड़ौली निवासी देवीशंकर ने बताया कि पत्नी पूजादेवी को गुरुवार की सुबह लगभग 10 बजे प्रसव हुआ था। प्रसव के बाद जच्चा बच्चा स्वस्थ थे। एक स्टाफ नर्स ने वार्ड आया के सहयोग से प्रसव कराया था। कोई महिला डॉक्टर मौजूद नहीं थी।

By Mahendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:32 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:32 AM (IST)
रायबरेली में नवजात की मौत पर हंगामा, सीएचसी में प्रसव के लिए 1100 रुपये वसूलने का आरोप
सभी लोग मामले की शिकायत जिलाधिकारी से करने की बात कहकर शांत हो गए।

रायबरेली, जेएनएन। स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों ने सुरक्षित प्रसव के नाम पर 11 सौ रुपये वसूले, फिर भी लापरवाही की। इससे नवजात की मौत हो गई। यह आरोप लगाते हुए गुस्‍साए परिजन ने सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र खीरों में हंगामा किया। उधर, अस्‍पताल के डाक्‍टर का कहना है कि इलाज में लापरवाही नहीं की गई। नवजात का वजन कम था, इसलिए उसे उपचार के लिए जिला अस्‍पताल ले जाने की सलाह दी गई थी। 

मेड़ौली निवासी देवीशंकर ने बताया कि पत्नी पूजादेवी को गुरुवार की सुबह लगभग 10 बजे प्रसव हुआ था। प्रसव के बाद जच्चा बच्चा स्वस्थ थे। एक स्टाफ नर्स ने वार्ड आया के सहयोग से प्रसव कराया था। कोई महिला डॉक्टर मौजूद नहीं थी। उनका आरोप है कि स्टाफ नर्स ने देवीशंकर से प्रसव कराने के नाम पर 1100 रुपये वसूले । जन्म के बाद शिशु का टीकाकरण हुआ। उसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। प्रसूता के साथ उसकी सास फूलमती और मां सुमन ने डॉक्टर से बताया तो उन्होंने बाहर की कुछ दवाएं लिखी और बच्चे को देने की सलाह दी। इस दौरान स्टाफ नर्स ने बताया कि बच्चे को ऑक्सीजन के आवश्यकता है, जो शाम को दी जाएगी, लेकिन उसे आक्सीजन भी नहीं दिया गया। रात में नवजात शिशु की मौत हो गई। इससे नाराज परिवारजन ने सीएचसी परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों के समझाने पर सभी लोग मामले की शिकायत जिलाधिकारी से करने की बात कहकर शांत हो गए।

जांच के बाद करेंगे कार्रवाई 

सीएचसी में मौजूद डॉ मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि बच्चे का वजन जन्म के समय कम था । इसलिए उसको जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई थी। इलाज में लापरवाही नहीं कि गई है। स्टाफ नर्स द्वारा पैसे लेने की जानकारी नहीं है। सीएचसी अधीक्षक को मामले से अवगत कराया जाएगा और मामले की जाँच कराकर स्टाफ नर्स के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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