सीतापुर में आक्सीजन सिलिंडर और रेमडिसिवर के नाम पर ठगी, आरोपित को दिल्ली पुलिस ने उठाया

दिल्ली पुलिस ने आरोपित के खाते में पैसे ट्रांसफर कर जुटाई डिटेल और दबोचा। शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह के मुताबिक ठगी के शिकार व्यक्ति ने दिल्ली पुलिस को शिकायत की थी। उसने नई दिल्ली के नजफगढ़ थाने में 22 मई को मुकदमा लिखाया था।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 10:42 AM (IST)
सीतापुर में आक्सीजन सिलिंडर और रेमडिसिवर के नाम पर ठगी, आरोपित को दिल्ली पुलिस ने उठाया
जौनपुर जिले के सिधौनी का निवासी है आरोपित, सीतापुर में किराये पर रहता था।

सीतापुर, जेएनएन। जौनपुर जिले के आयुष ने सीतापुर शहर के मुहल्ला चौधरी टोला में रहकर दिल्ली के जरूरतमंदों से आक्सीजन और रेमडिसिवर के नाम पर बड़ी रकम ठगी है। इसका खुलासा दिल्ली से आई क्राइम ब्रांच की टीम ने किया है। आरोपित को पुलिस टीम दिल्ली ले गई है। इस राजफाश के बाद से सीतापुर पुलिस की भी नींद उड़ गई है। बताया जा रहा है कि मास्टरमाइंड आयुष जौनपुर जिले के सिधौनी का रहने वाला है। वह पिछले एक साल से सीतापुर में रहकर लोगों से ठगी कर रहा था। ठगी के लिए वह वाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर पर जरिए जाल बिछाए था। आरोपित ने एक एनजीओ की वेबसाइट पर अपना वाट्सएप नंबर डाल रखा था। इसमें वह जरूरतमंदों को कम समय में आक्सीजन सिलिंडर व रेमडिसिवर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कहता था।

दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम में शामिल दारोगा नानक राम के मुताबिक, इंटरनेट मीडिया पर भी अपना वॉट्स एप नंबर वायरल कर रखा था। जिससे जरूरतमंद उससे वाट्सएप पर मैसेज कर कभी आक्सीजन गैस सिलिंडर तो कभी रेमडिसिवर इंजेक्शन की मांग करते थे। जाल में फंसाकर वह मोटी रकम लेता था और इसके बाद वह उस नंबर को ब्लाक कर देता था।

बीएससी पास मास्टरमाइंड

आरोपित आयुष बीएससी पास है। कोरोना महामारी में उसने जरूरतमंदों के साथ ठगी शुरू कर दी थी लेकिन, वह दिल्ली पुलिस के जाल में फंस गया। उसे दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने हरदोई रोड पर गोशाला के पास से दबोचा है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक प्रधान को भी उठाया था लेकिन, कोई भूमिका स्पष्ट नहीं होने पर उसे छोड़ दिया।

22 मई को दिल्ली के नजफगढ़ थाने में लिखा था मुकदमा

शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह के मुताबिक, ठगी के शिकार व्यक्ति ने दिल्ली पुलिस को शिकायत की थी। उसने नई दिल्ली के नजफगढ़ थाने में 22 मई को मुकदमा लिखाया था। खबर यह भी है कि दिल्ली पुलिस ने आरोपित के खाते में ठगी के शिकार हुए लोगों की तरह 20 हजार रुपये डाले थे। इसके बाद आरोपित के बैंक खाते और काल डिटेल को खंगालते हुए पुलिस सीतापुर पहुंच गई। पुलिस सूत्रों की माने तो ठगी करने वाले आयुष ने 40 से 50 लोगों से आक्सीजन गैस सिलिंडर और रेमडिसिवर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी की है। 

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