दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पत्रकारों के सवालों पर उलझे तो बोले- आप बीजेपी डॉट कॉम से हैं क्या?

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से दिल्ली में सरकारी स्कूलों की संख्या और कोरोना के इलाज में पहले दिल्ली वालों को प्राथमिकता देने के सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान पर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वह नाराज हो गए। बोले कि आप क्या बीजेपी डॉट कॉम से आए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 22 Dec 2020 09:37 PM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 07:39 AM (IST)
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पत्रकारों के सवालों पर उलझे तो बोले- आप बीजेपी डॉट कॉम से हैं क्या?
मनीष सिसोदिया दिल्‍ली में बेकाबू कोरोना और यूपी के लोगों के अपमान के सवाल पर पत्रकारों से उलझ गए।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से दिल्ली में सरकारी स्कूलों की संख्या सिर्फ एक हजार होने और कोरोना के इलाज में पहले दिल्ली वालों को प्राथमिकता देने के सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान पर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वह नाराज हो गए। बोले कि आप क्या बीजेपी डॉट कॉम से आए हैं।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्‍ली में बेकाबू कोरोना और यूपी के लोगों के अपमान के सवाल का जवाब देने के बजाय पत्रकारों से ही उलझ गए। दिल्‍ली के सरकारी स्‍कूलों में निजी स्‍कूलों के मुकाबले कम होती छात्र संख्‍या के सवाल पर सिसोदिया संतोषजनक जवाब देने के बजाय पत्रकारों से ही बहस करने लगे। दिल्‍ली के स्‍कूलों में बड़ी संख्‍या में रिक्‍त प्रधानाचार्यों के पदों पर सवाल हुआ तो सिसोदिया दूसरी तरफ मुखातिब हो गए।

दिल्‍ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा द्वारा दिल्‍ली की शिक्षा व्‍यवस्‍था पर उठाए गए सवाल को भी मनीष टाल गए। कोरोना काल में दिल्‍ली से उत्‍तर प्रदेश के लोगों के भगाए और अपमानित किए जाने के सवाल पर मनीष सिसोदिया पत्रकारों से ही उलझ पड़े। जवाब देने के बजाय सिसोदिया ने पत्रकारों पर गलत सवाल पूछने का आरोप लगाया। पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे सिसोदिया संजय सिंह का इशारा मिलते ही प्रेस कांफ्रेंस छोड़ कर निकल गए। दिल्‍ली में हर मोर्चे पर केजरीवाल सरकार के असफल होने के सवाल का भी सिसोदिया ने कोई जवाब नहीं दिया।

बता दें कि शिक्षा व स्वास्थ्य पर खुली बहस करने के लिए मंगलवार सुबह 10 बजे लखनऊ पहुंचे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने वीवीआइपी गेस्ट हाउस में दोपहर करीब 12 बजे पत्रकरों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मुझे यूपी सरकार के प्रवक्ता मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिक्षा व स्वास्थ्य पर खुली बहस के लिए आमंत्रित किया था। अब मैं बहस के लिए आ गया हूं और दोपहर एक बजे कैसरबाग स्थित गांधी भवन के हॉल में उनका इंतजार करूंगा।

वह एक बजे गांधी भवन पहुंचे और मंच पर तीन कुर्सियां लगाईं गईं। एक डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, दूसरी आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह और तीसरी कुर्सी सिद्धार्थ नाथ सिंह के लिए थी। यहां पर उन्होंने मीडिया को दिल्ली के स्कूलों की बदली तस्वीर दिखाई और कहा कि 62 फीसद विद्यार्थी दिल्ली में सरकारी स्कूलों में पढ़ता है। एक घंटे इंतजार के बाद सिसोदिया बोले कि आखिरकार सिद्धार्थ नाथ डिबेट में आने से घबरा गए।

इसके बाद करीब दो बजे उनका काफिला यूपी के सरकारी स्कूल की तस्वीर देखने और दिखाने निकल पड़ा। उतरेठिया में शहीद पथ के पास उनके काफिले को पुलिस ने रोक दिया। इससे नाराज सिसोदिया ने तत्काल लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि आपको आगे जाने की इजाजत नहीं है। यहां आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने हंगामा व नारेबाजी की।

आखिरकार सिसोदिया वीवीआइपी गेस्ट हाउस वापस लौट आए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बनाया गया सरकारी स्कूल की खराब स्थिति का वीडियो ट्वीट किया और लिखा- 'योगी जी आपके स्कूलों का सच तो मैं दिखाकर रहूंगा, फिलहाल आपने पुलिस की घेराबंदी लगाकर लखनऊ के जिस स्कूल को देखने जाने से मुझे रोक रखा है, उसे आप भी देख लीजिए, आपके दफ्तर से मात्र आठ किलोमीटर दूर है।' इसे उन्हें सीएम और बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी को टैग भी किया।

chat bot
आपका साथी