चीन से झड़प में जवानों ने दिखाया अदम्य साहस : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

Defence Minister Rajnath Singh छावनी में बेस अस्पताल की जमीन पर कमान अस्पताल के निर्माण के लिए रक्षामंत्री ने किया भूमिपूजन। 435 करोड़ रुपये की लागत से 17 मंजिले कमान अस्पताल का निर्माण चार साल में हो जाएगा पूरा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 10:34 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 01:16 AM (IST)
चीन से झड़प में जवानों ने दिखाया अदम्य साहस : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
देश के रक्षा मंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह और मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ।

लखनऊ, जेएनएन। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इंडो-चाइना स्टैंड ऑफ के दौरान भारतीय सेना ने करिश्माई काम किया है। जवानों ने अपनी वीरता से पूरे देश का मस्तक ऊंचा किया है। रक्षा मंत्री शनिवार को छावनी में बेस अस्पताल की जमीन पर 435 करोड़ रुपये की लागत से कमान अस्पताल के निर्माण के लिए आयोजित भूमिपूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी मौजूद रहे। 

समाधान का होगा यह साल: रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि पिछला साल बाधाओं का था, लेकिन यह साल समाधान का साल होगा। पिछला साल निराशा से भरा था तो यह उत्साह से परिपूर्ण वाला होगा। इस नए कमान अस्पताल से नेपाल के रहने वाले सेवारत जवानों, अफसरों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारीजन को भी उपचार मिलेगा। पिछले 20 वर्षों से नए कमान अस्पताल का प्रोजेक्ट लंबित था। वर्ष 2018 में सेना मुख्यालय से यह पास हुआ। कई कारणों से निर्माण कार्य टलता रहा। अब इसके निर्माण की सारी बाधाएं दूर कर दी गई हैं। सेना ने यहां पर्यावरण का भी पूरा ख्याल रखा है। यहां के पेड़ों को काटने की जगह  रीलोकेट किया जा रहा है। 

सीएम- भारतीय सेना शौर्य का प्रतीक: इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना और प्रशासन बेहतर समन्वय के साथ कोरोना जैसी त्रासदी का सफलता से मुकाबला कर रहे हैं। भारतीय सेना दुनियाभर में शौर्य का प्रतीक है। हमें अपने जवानों पर गर्व है। इस अवसर पर सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने और मध्य कमान सेनाध्यक्ष आइएस घूमन भी मौजूद थे। 

मध्य कमान सेनाध्यक्ष आइएस घुमन ने कहा कि 8 आर्मी स्टेशन भी वर्चुअल रूप से जुड़े हुए हैं। 1859 में ब्रिटिश फौज के उपचार के लिए कमान अस्पताल बना था। अभी उसे मॉडर्न बना रहे हैं। नया मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल 788 जर्नल व 100 इमरजेंसी बेड की व्यवस्था, जो 6 लाख जवानों को कवर करेगा। 22 मिलिट्री अस्पताल अभी सेवाएं दे रहे हैं। नर्सिंग कॉलेज, डेंटल के लिए भी कॉलेज की तरह काम करेगा। पिछले 8 महीने में यहां लगे पेड़ों को शिफ्ट किया गया है। काटा नहीं गया है। टेंडर जल्द दिए जाएंगे। अगले तीन से चार साल में अस्पताल तैयार हो जाएगा। 

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