World Deaf and Dumb Day: मूक बधिरों को मिलेगी फैशन टेक्नोलाजी में डिग्री, डा.शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी की पहल
विश्व मूक बधिर दिवस पर डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने ऐसे विद्यार्थियों ने लिए नए कोर्स की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। मूक बधिर विद्यार्थियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए बैचलर आफ वोकेशनल (बीवोक) कोर्स की शुरुआत करने का निर्णय लिया है।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। रविवार को विश्व मूक बधिर दिवस पर डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने ऐसे विद्यार्थियों ने लिए नए कोर्स की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। मूक बधिर विद्यार्थियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए बैचलर आफ वोकेशनल (बीवोक) कोर्स की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विश्वविद्यालय में अलग डेफ कालेज के नाम से अलग परिसर बनाया गया है। जहां मूक बधिर विद्यार्थियों को मल्टी मीडिया से लेकर फैशन डिजाइनिंग सहित 10 कोर्स पढ़ाए जाएंगे। यहां सांकेतिक भाषा में विद्यार्थियों को फैशन डिजानिंग आधुनिक तरीकों के बारे में बताया जाएगा। आइटी एंड मल्टी मीडिया, पेंट टेक्नोलॉजी व इंटीरियर डिजाइनिंग की भी समझ पैदा की जाएगी।
डिग्री व डिप्लोमा के साथ प्रमाण पत्र कोर्स: मूक और बधिर विद्यार्थियों को वोकेशनल एजुकेशन देकर उन्हें मजबूत बनाने पर जोर दिया जाएगा। इस कोर्स में आइटी एंड मल्टी मीडिया, फैशन डिजाइनिंग, पेंट टेक्नोलाजी व इंटीरियर डिजाइनिंग की पढ़ाई विशेष तौर पर होगी। विद्यार्थी चाहे तो तीन वर्ष की पढ़ाई कर बीवोक की डिग्री हासिल करें या फिर छह महीने का प्रमाण पत्र कोर्स कर सकते हैं। एक साल की पढ़ाई करने वाले को डिप्लोमा और दो वर्ष की पढ़ाई करने वाले को एडवांस डिप्लोमा मिलेगा। तैयारियां पूरी हो गई हैं। कोर्स में सामान्य विद्यार्थियों को भी पढ़ने का मौका दिया जाएगा जिससे मूक बधिर विद्यार्थी उनको देखकर प्रेरित हो सकें। इस सत्र से शुरू होने की संभावना है। कुलपति डा.आरकेपी सिंह ने बताया की कोर्स पूरा तैयार कर लिया गया है। राष्ट्रीय स्तर के सेलबस के साथ पढ़ाई होगी।
डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास के कुल सचिव अमित कुमार सिंह ने बताया कि डा.शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय में भवन बनकर तैयार हो गया है। इस वर्ष नए सत्र से नए कोर्स की शुरुआत होगी। गुणवत्ता युक्त पढ़ाई के साथ ही मूकबधिरों को नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उनके अंदर हीन भावना दूर कर आगे बढ़ने का जज्बा पैदा करने का काम भी किया जाएगा।