लखनऊ में होटल के कमरे में फंदे पर मिला वाराणसी के व्यापारी का शव, घरवालों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी
छानबीन के दौरान कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया। नोट में अमित ने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। नोट में अमित ने कर्ज में डूबे होने की बात लिखी है। साथ ही कुछ लोगों पर रुपये हड़पने का आरोप भी लगाया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। नाका के होटल अमर प्रेम में शुक्रवार सुबह वाराणसी के एक व्यवसायी का शव फंदे से लटका मिला। मूलरूप से डी 14/56 टेढ़ी नीम दशाश्वमेघ, वाराणसी निवासी अमित छापडिय़ा ने 22 जून को होटल में कमरा लिया था। इंस्पेक्टर नाका मनोज मिश्र के मुताबिक शुक्रवार को कमरे से तेज दुर्गंध आने पर होटल संचालक राकेश सेमवाल ने पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी होटल के कर्मचारियों की मदद से किसी तरह दरवाजा तोड़कर भीतर दाखिल हुए, जहां कमरे में अमित का शव फंदे पर लटका था।
छानबीन के दौरान कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया। नोट में अमित ने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। नोट में अमित ने कर्ज में डूबे होने की बात लिखी है। साथ ही कुछ लोगों पर रुपये हड़पने का आरोप भी लगाया है। इंस्पेक्टर नाका ने बताया कि शव के पास मिले कागजात और अन्य दस्तावेजों से मृतक की शिनाख्त की गई। इसके बाद घरवालों को जानकारी दी गई। छानबीन में पता चला कि अमित अविवाहित थे और घरवालों को बिना बताए वहां से निकल गए थे। परिवारजन ने काफी छानबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने वाराणसी के दशाश्वमेघ थाने में अमित की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
आशंका जताई जा रही है कि अमित ने 22 जून की रात में ही फांसी लगा ली थी। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए हैं। उधर, दो दिन तक अमित कमरे से बाहर नहीं निकले और होटल प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसको लेकर होटल के कर्मचारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं।