क्रिकेटर रैना की आत्मकथा बिलीव व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी का विमोचन, ह‍िंदी अनुवाद भी म‍िलेगा जल्‍द

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लोकल हेड ऑफिस में चीफ जरनल मैनेजर अजय कुमार खन्ना की मौजूदगी में रैना ने आत्मकथा में लिखे कुछ खास अंशों को साझा किया। रैना ने कहा जो आगे बढऩा चाहते हैं कुछ अलग करना चाहते हैं उनके लिए मेरी आत्मकथा गाइड का काम करेगी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 01:20 AM (IST)
क्रिकेटर रैना की आत्मकथा बिलीव व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी का विमोचन, ह‍िंदी अनुवाद भी म‍िलेगा जल्‍द
एसबीआइ कार्यालय में सुनाई अब तक के सफर की कहानी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लंबे समय तक टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर रहे सुरेश रैना मंगलवार को लखनऊ में थे। यहीं के स्पोट्र्स कॉलेज और हास्टल से क्रिकेट का ककहरा सीखने वाले रैना ने अपनी आत्मकथा बिलीव व्हाट लाइफ एंड क्रिकेट टॉट मी के विमोचन के लिए इसी वजह से लखनऊ को चुना। रैना ने कहा कि अगर खुद पर यकीन है तो हर मंजिल आसान है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लोकल हेड ऑफिस में चीफ जरनल मैनेजर अजय कुमार खन्ना की मौजूदगी में रैना ने आत्मकथा में लिखे कुछ खास अंशों को साझा किया। रैना ने कहा जो आगे बढऩा चाहते हैं, कुछ अलग करना चाहते हैं उनके लिए मेरी आत्मकथा एक गाइड का काम करेगी। मास्टर ब्लास्टर सचिन ने मुझे अपने आप पर विश्वास करना सिखाया, जो मेरी सफलता का मूल मंत्र रहा।

रैना ने कहा कि मेरा करियर चोट के कारण प्रभावित हुआ। खेलने के दौरान कई बार चोटिल हुआ। इस वजह से टीम से बाहर भी बैठना पड़ा। वह दौर मेरे लिए बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। मेरी पांच-छह बार सर्जरी भी हुई। मगर खुद पर और अपने खेल पर भरोसा कायम रहा। यही वजह रही कि तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बावजूद मैदान में डटा रहा। रैना की आत्मकथा का हिंदी अनुवाद अक्टूबर तक आने की उम्मीद है।

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