Lucknow COVID-19 News: कोरोना के नाम पर दौड़ रहे मरीज और तीमारदार, चार घंटे बाद भी नहीं हो सके भर्ती
Lucknow COVID-19 News गोरखपुर से आठ बजे आया मरीज चार घंटे बाद भी केजीएमयू के ट्रामा में नहीं हो सका भर्ती। ट्रामा सेंटर से रेफर मरीज को लिंब सेंटर कोविड अस्पताल में नहीं किया गया भर्ती लौटाया।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow COVID-19 News: कोरोना के नाम पर संक्रमित व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर और लिंब सेंटर कोविड अस्पताल में भर्ती नहीं हो पा रहे हैं। मरीज अस्पताल के गेट पर घंटों तड़प रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं। केजीएमयू में अगर मरीजों की सुनवाई हो भी रही है तो उन्हें जांच के नाम पर होल्डिंग एरिया में रखा जा रहा है। यहां भी इन्हें इलाज नहीं मिल रहा है। मंगलवार को दैनिक जागरण की पड़ताल में अस्पतालों का यह हाल सामने आया।
कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के चार घंटे बाद भी भर्ती नहीं हुआ मरीज
सुबह 11 : 07
ट्रामा सेंटर में गोरखपुर के उरुवा भिटहा निवासी मरीज अभिषेक स्ट्रेचर पर तड़प रहे थे। उनके साथ उनका भाई मौजूद था। उन्होंने बताया कि वह सुबह आठ बजे यहां आए थे। कई वर्ष पहले भाई का एक्सीडेंट हुआ था, जिस कारण उनके पेट में दिक्कत हो गई थी। इस समय दर्द बहुत बढ़ गया है। भाई को पहले होल्डिंग एरिया में रखा गया। यहां उसकी कोविड जांच कराई। कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव भी आ गई, लेकिन डाक्टर एक छोर से दूसरे छोर पर दौड़ा रहे हैं। अभी तक भाई को भर्ती नहीं किया गया।
एंबुलेंस में तड़पता रहा करंट से झुलसा गगन: हरदोई के गौरा माधवगंज निवासी गगन गंभीर रूप से झुलसे हुए थे। उनके पिता ओमपाल सिंह उन्हें एंबुलेंस से लेकर 11 बजे ट्रामा सेंटर पहुंच गया। यहां होल्डिंग एरिया में भी गगन को इलाज नहीं मिला। ऐसे में वह घंटे भर एंबुलेंस में तड़पता रहा। उनके घरवाले इधर से उधर गुहार लगा रहे थे। इसके बाद गगन को एक घंटे बाद होल्डिंग एरिया में रखा गया।
केजीएमयू से रेफर संक्रमित को लिंब सेंटर में भर्ती करने से किया इन्कार:
दोपहर 12 : 00
बहराइच गुल्लावीर कालोनी निवासी मो. हसीब को उनकी पत्नी रुखसाना और घर के अन्य सदस्य केजीएमयू से एंबुलेंस से ङ्क्षलब सेंटर कोविड अस्पताल लेकर पहुंचे। हसीब को केजीएमयू से लिंब सेंटर रेफर किया गया था। करीब एक घंटे वह एंबुलेंस में पड़े रहे। एंबुलेंस के मेडिकल स्टाफ ने लिंब सेंटर के कर्मियों को कागज और रेफर लेटर दिया। इसके बाद भी लिंब सेंटर ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया। रुखसाना ने बताया कि अस्पताल कर्मियों ने कहा कि यहां जगह नहीं है वह अब भर्ती नहीं कर सकते हैं।