COVID Lockdown in UP: CM योगी आदित्यनाथ भी कोरोना पोजिटिव, बोले- UP में नहीं होगा लॉकडाउन, लोगों का जीवन व आजीविका बचाएंगे

Chance of Lockdown in UP सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले भी अपेक्षा भले ही तेज है लेकिन अभी प्रदेश में लॉकडाउन की ओर नहीं जा रहे हैं। हमने उन शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है जहां पर 500 या अधिक एक्टिव केस हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:50 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 01:20 PM (IST)
COVID Lockdown in UP: CM योगी आदित्यनाथ भी कोरोना पोजिटिव, बोले- UP में नहीं होगा लॉकडाउन, लोगों का जीवन व आजीविका बचाएंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लॉकडाउन से साफ इन्कार कर दिया

लखनऊ, जेएनएन। देश के साथ उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बाद भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लॉकडाउन से साफ इन्कार कर दिया। बुधवार को एक चैनल से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल अभी लॉकडाउननहीं होगा। हमारा प्रयास लोगों के जीवन के साथ उनकी आजीविका को भी बचाने का है। हम उसमें लगे हैं।

उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है। बुधवार को टेस्ट वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यह जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले भी अपेक्षा भले ही थोड़ी तेज है, लेकिन अभी हम उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन की ओर नहीं जा रहे हैं। अभी हमने प्रदेश में उन सभी शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है जहां पर 500 या अधिक एक्टिव केस हैं। ऐसे में लॉकडाउन की तरफ जाने की आवश्यकता भी नहीं होनी चाहिए। हमें मानवता के जीवन को भी बचाना है और उनकी जीविका को भी बचाना है। जीवन और जीविका को बचाने के इस क्रम में जो सबसे अच्छे विकल्प हो सकते हैं उन्हीं में केंद्र के साथ हमारी सरकार ने नाइट कफ्र्यू के रूप में यह व्यवस्था तैयार की है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन से सामान्य नागरिक काफी प्रभावित होता है। उसकी हर प्रकार की गतिविधि के साथ आर्थिक स्थिति पर भी रोक लग जाती है। लॉकडाउन से गरीब, मजदूर, वेंडर, फेरीवाला तथा रोज कमाने वाले लोग प्रभावित होते हैं। हम जीवन के साथ सभी की आजीविका को बचाने में एक मिशन के तहत लगे हैं। इससे पहले भी विशाल जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबंधन की देश के साथ विदेश में भी काफी चर्चा हुई थी। हमारी पूरी टीम मंत्रीगण व अधिकारियों के साथ पूरा सरकारी अमला फिर से स्थिति को सामान्य करने में लगा है। हम एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा केंद्र सरकार के सहयोग से रोल मॉडल बनेंगे।

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमने कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर पर काबू पाया और संक्रमितों के आंकड़े दहाई में लेकर आ गए थे। अब यह दोबारा तीव्र गति से बढ़ रहा है। कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर खतरनाक रूप में आई है। ऐसे में मेरी सभी से अपील है कि अभ भी बचाव ही कोरोना का सर्वोत्तम उपाय है। कोरोना महामारी से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का अक्षरश: स्वयं पालन करें और अपने करीबियों को इन सभी गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रेरित करें।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का मार्गदर्शन हमें समय-समय पर प्राप्त हुआ है, जिस कारण बीते एक वर्ष से अधिक समय में कोरोना की रोकथाम में उत्तर प्रदेश अच्छा उदाहरण पेश करने में सफल हुआ है। कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई को पिछले एक वर्ष से उत्तर प्रदेश सरकार पूरी मजबूती के साथ लड़ रही है। पहली लहर की तुलना में कोरोना की दूसरी लहर बेहद तीव्र है। यही वजह है कि मृत्यु दर भी इस बार पहले की तुलना में अधिक है। खास तौर पर जहां घनी आबादी है, वहां कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। हम इस लहर पर भी काबू करने के अपने प्रयास में लगे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल व कॉलेज को 30 अप्रैल तक बंद कर दिया है। इसके साथ ही भीड़ वाले इलाकों में पुलिस काफी सख्ती कर रही है। धार्मिक के साथ सार्वजनिक कार्यक्रमों को भी बेहद सीमित किया गया है। किसी भी हाल में 50 और बाहर सौ से अधिक लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं है। किसी की कालोनी में एक की केस मिलने पर उस स्थान के 25 मीटर क्षेत्र को कटेंनमेंट जोन बनाया जा रहा है। ऊंची इमारतों में फ्लोर को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम हर जगह पर लगे हैं। पुलिस को भी जरा सी लापरवाही पर सख्ती करने का निर्देश दिया गया है।  

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