लखनऊ में कोरोना ने लगाया वाहनों की खरीद पर ब्रेक, बीत गया डेढ़ माह नहीं खत्म हुई पंजीयन सीरीज

कोरोना काल में वाहनों की सेल पर भी भारी अंतर पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से हर माह करीब 15 से 16 हजार नए वाहन सड़क पर आ जाते थे। डेढ़ माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी पंजीयन की एक सीरीज खत्म नहीं हो पाई है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 03:17 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 03:17 PM (IST)
लखनऊ में कोरोना ने लगाया वाहनों की खरीद पर ब्रेक, बीत गया डेढ़ माह नहीं खत्म हुई पंजीयन सीरीज
लखनऊ में हर माह शहर की सड़कों पर आते थे करीब 15,000 से 16,000 वाहन।

लखनऊ [नीरज मिश्र]। कोरोना काल में वाहनों की सेल पर भी भारी अंतर पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से हर माह करीब 15 से 16 हजार नए वाहन सड़क पर आ जाते थे। इस बार डेढ़ माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी पंजीयन की एक सीरीज खत्म नहीं हो पाई है। ऐसा नहीं है कि संभागीय परिवहन कार्यालय बंद हैं, वहां रोज की तरह ही पंजीयन संबंधित काम किए जा रहे हैं। यही नहीं रजिस्ट्रेशन के लिए डीलर स्तर से ऑनलाइन पंजीयन व्यवस्था जारी है।

बीती 27 मार्च काे नई सीरीज यूपी32एमए सीरीज का आगाज हुआ था। इस सीरीज को 20 अप्रैल तक आसानी से खत्म हो जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। औसतन एक माह में करीब डेढ़ सीरीज यानी करीब पंद्रह हजार से अधिक वाहन मार्गों पर आ जाते हैं। लेकिन मई माह के प्रथम पखवारा बीतने के बाद भी यह सीरीज पूरी नहीं हो पाई है। जाहिर सी बात है कि वाहनों की बिक्री पर कोरोना का बड़ा असर पड़ा है। बस गिने-चुने वाहन ही बिक पाए हैं चाहे वह ऑनलाइन हाें या फिर शोरूम में माध्यम से।

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) एके द्विवेदी ने बताया कि यह सही है। कोरोना संक्रमण के दौरान ज्यादातर लोगों ने घरों में ही रहना उचित समझा। लोग पहले सबसे ज्यादा जरूरी चीजों की खरीद को ही तरजीह दे रहे हैं। इसका असर वाहन बाजार पर भी पड़ा है। एक सीरीज करीब बीस दिन में पूरी हो जाती है। लेकिन इस बार डेढ़ महीने से अधिक का समय बीतने के बाद भी सीरीज पूरी नहीं हो पाई है।उम्मीद है एक दो दिन में नई सीरीज का आगाज हो जाएगा।

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