लखनऊ में प्लाट दिलाने के नाम पर दंपती से 30 लाख ठगे, कब्जा दिलाया न ही की रजिस्ट्री
दिसंबर 2013 तक कंपनी के खाते में 30 लाख रुपये जमा दिए। इसके बाद भी कंपनी ने न तो प्लाट पर कब्जा दिया और न ही बैनामा किया। दबाव बनाने पर समझौता हुआ और निदेशक ने रुपये वापस करने की बात कही। उन्हें दिया गया चेक बाउंस हो गया।
लखनऊ, जेएनएन। दंपती को प्लाट दिलाने के नाम पर जालसाजों ने 30 लाख रुपये ठग लिए। पीडि़त की तहरीर पर विभूतिखंड थाने में एटी ग्रीन होम्स लिमिटेड कंपनी के निदेशक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर विभूतिखंड के मुताबिक विक्रांत खंड निवासी कन्हैया लाल यादव ने बताया कि वर्ष 2010 में क्षेत्र स्थित एटी ग्र्रीन होम्स लिमिटेड के कार्यालय में संपर्क किया। यहां उन्होंने कंपनी के प्रबंधक निदेशक अरविंद पांडेय से मिले। अरविंद ने देवा रोड स्थित हाउसिंग सोसाइटी के बारे में जानकारी दी। उनके कहने पर अपने और पत्नी के नाम से चार प्लाट बुक कराए। उसके लिए लाख रुपये दिए।
दिसंबर 2013 तक कंपनी के खाते में 30 लाख रुपये जमा दिए। इसके बाद भी कंपनी ने न तो प्लाट पर कब्जा दिया और न ही बैनामा किया। दबाव बनाने पर समझौता हुआ और निदेशक ने रुपये वापस करने की बात कही। उन्हें दिया गया चेक बाउंस हो गया। इसकी शिकायत पर वह टालमटोल करते रहे। बीते दिनों निदेशक ने रुपये देने से मना कर दिया। तब मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। इसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर निदेशक अरविंद पांडेय और त्रिभुवन नारायण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
लखनऊ में थम नहीं रही ठगी : इससे पहले ट्रेडिंग कंपनी खोलकर ठगी करने का मामला सामने आया थ। आरोपी ने ट्रेंडिंग कंपनी के जरिए लोगों को 40 फीसद मुनाफे का झांसा देकर नौ करोड़ की ठगी की। हालांकि उसे गाजीपुर पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपित चिनहट के ओमेगा सिटी निवासी रुखसार अहमद की पत्नी को पुलिस ने चार वर्ष पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि रुखसार लंबे समय से फरार चल रहा था। उस पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित था।एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि आरोपित रुखसार अहमद ने पांच-छह वर्ष पहले भूतनाथ मार्केट में ट्रेडिंग कंपनी पत्नी फिरदौस के साथ मिलकर खोली थी। दोनों आरोपित लोगों को 40 फीसद मुनाफे का झांसा देकर उनकी कमाई निवेश कराते थे।