लखनऊ सपा मुख्यालय के बाहर होर्डिंग में लगी काउंटडाउन घड़ी, अखिलेश के दावों से कार्यकर्ता उम्मीदों के आसमान पर

लखनऊ सपा मुख्यालय के बाहर लगी होर्डिंग आकर्षण का केंद्र बन गई। इस पर अखिलेश यादव की फोटो के साथ आ रहा हूं...! लिखा है। साथ में 18 मार्च 2022 के हिसाब से काउंटडाउन की घड़ी लगी है जिसमें दिन घंटे मिनट और सेकंड की उल्टी गिनती शुरू है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 12:03 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:43 PM (IST)
लखनऊ सपा मुख्यालय के बाहर होर्डिंग में लगी काउंटडाउन घड़ी, अखिलेश के दावों से कार्यकर्ता उम्मीदों के आसमान पर
लखनऊ सपा मुख्यालय के बाहर लगी होर्डिंग आकर्षण का केंद्र बन गई।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जिस तरह से उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने का दावा लगातार कर रहे हैं, उसने कार्यकर्ताओं को उम्मीदों के आसमान पर बैठा दिया है। जीतने के लिए जंग का जुनून पीछे छूटा, अब तो नजरें बचे दिन, घंटे और मिनट पर जा ठहरी हैं। होर्डिंग पर अखिलेश यादव के आने के संदेश के साथ काउंटडाउन की घड़ी लगा दी है। कार्यकर्ता ही क्या, अखिलेश का भी दावा है कि कई अफसर उनके संपर्क में आए हैं।

समाजवादी पार्टी मुख्यालय में सोमवार को रही गहमागहमी के बीच बाहर लगी होर्डिंग आकर्षण का केंद्र बन गई। यह होर्डिंग 23 अक्टूबर को लगाई गई, जो कि अखिलेश यादव का मूल जन्मदिन है। हालांकि, दस्तावेजों के अनुसार वह अपना जन्मदिन एक जुलाई को मनाते हैं। बहरहाल, शुभकामना संदेश देते इस होर्डिंग का आकर्षण यह है कि इस पर अखिलेश यादव की फोटो के साथ 'आ रहा हूं...!' लिखा है। साथ में 18 मार्च, 2022 के हिसाब से काउंटडाउन की घड़ी लगी है, जिसमें दिन, घंटे, मिनट और सेकंड की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को शपथ ली थी।

पत्रकारों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से जब काउंटडाउन घड़ी के बारे में सवाल पूछा गया तो वह बोले कि कार्यकर्ता ने काउंटडाउन की होर्डिंग लगाई है। इससे पहले भी जब सपा की सरकार थी, तब मेट्रो, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित कई बड़े प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए उनके दफ्तरों में काउंटडाउन घड़ी लगाई गई थी।

यह तो हुई कार्यकर्ता के उत्साह की बात, इसके बाद एक बार फिर सपा अध्यक्ष का विधानसभा चुनाव में जीत के प्रति आत्मविश्वास नजर आया। उसका बाकायदा तर्क भी दिया। बोले कि प्रदेश में किसकी सरकार बन रही है, ये सबसे पहले अधिकारियों को पता चल जाता है। सरकार चाहे तो फोन में कोई साफ्टवेयर डाल दे। पता चल जाएगा कि कितने अफसर उनके (अखिलेश) संपर्क में आ गए हैं।

chat bot
आपका साथी