COVID-19 in UP: गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार का एक्शन प्लान तैयार, गठित टीमों ने शुरू किया काम

COVID-19 in Villages of UP कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शहरों के बाद अब गांवों को तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। गांवों में पहले से ट्रैकिंग टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की कारगर व्यवस्था न होने से हालात खराब होते जा रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 10:56 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:14 AM (IST)
COVID-19 in UP: गांवों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार का एक्शन प्लान तैयार, गठित टीमों ने शुरू किया काम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के फॉर्मूला को गांवों में भी लागू कर दिया है

लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को अब गांव की ओर तेजी से बढ़ते देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी टीम से तैयारी तेजी लाने का निर्देश दिया है। इसमें सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) को अस्पताल में तब्दील करने की तैयारी है। इसके साथ ही गांव के लोगों को मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से बचाने के लिए बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तथा चिकित्सकों का भी इंतजाम किया जा रहा है।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शहरों के बाद अब गांवों को तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। इन दिनों प्रदेश के हर जिलों में नदियों में उतराते और रेती में दफनाए गए शव खुद सब कुछ बयां कर रहे हैं। गांवों में पहले से ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की कारगर व्यवस्था न होने से हालात खराब होते जा रहे हैं। गांवों को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन की नींद देर से खुली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहरी इलाकों के साथ खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में इस अभियान को पूरी तत्परता से संचालित करने का निर्देश दिया है।

कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन के शहरों में तेजी से पांव पसारने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेस, टेस्ट तथा ट्रीट के जिस फॉर्मूला पर काम किया था, उसी को गांवों में भी लागू कर दिया है। गांवों में संक्रमण काफी तेजी से बढऩे के बाद सरकार ने लोगों को तेजी से ट्रैक कर उनका टेस्ट शुरू कर दिया है। सरकार को भी भरोसा है कि ट्रेस टेस्ट व ट्रीट ही कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने और उससे लडऩे का एकमात्र प्रभावी तरीका है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

कोविड अस्पताल में तब्दील होंगे सीएमसी व पीएचसी: गांव के लोगों को भी कोरोना संक्रमण काल में भी समुचित इलाज का इंतजाम उनके करीब ही करने के भी इंतजाम ने गति पकड़ ली है। सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि ग्रामीण इलाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य को कोविड अस्पताल में तब्दील किया जाए।

टेस्टिंग पर जोर: सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में एक हफ्ते के अंदर 2.5 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है। कोविड निगरानी टीमों ने जिलों में ब्लॉक स्तर पर तीन करोड़ से अधिक घरों का दौरा किया और एक सप्ताह में 2.5 लाख से अधिक लोगों का परीक्षण किया। सरकार ने दावा किया कि निगरानी टीमों ने ग्रामीण क्षेत्रों में डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया। इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार सभी कोविड परीक्षण लक्षित टीमों ने 3,30,69,010 के सापेक्ष 5 से 12 मई के बीच एक सप्ताह के भीतर जिलों के विभिन्न ब्लॉकों में लगभग 32 मिलियन (3,19,37,797) घरों का दौरा किया है। टीमों ने गांवों में कुल 2,57,845 परीक्षण किए और सरकार ने अब तक 3,74,685 कोविड संक्रमितों में दवा किट भी वितरित की है।  

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