अंबेडकरनगर में सहकारी समिति के सचिव की पिटाई कर 41 हजार की लूट, किसानों ने एक बदमाश को दबोचा

सहकारी समिति के कार्यालय में घुसकर बाइक सवार दो लुटेरों ने सचिव की लात-घूसों से पिटाई कर दिनदहाड़े 41 हजार 300 रुपये लूट लिया। किसानों ने भाग रहे एक लुटेरे को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 02:29 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 02:29 PM (IST)
अंबेडकरनगर में सहकारी समिति के सचिव की पिटाई कर 41 हजार की लूट, किसानों ने एक बदमाश को दबोचा
अंबेडकरनगर में सहकारी समिति के सचिव के साथ लूट।

अंबेडकरनगर, संवादसूत्र। कार्यालय में घुसकर बाइक सवार दो लुटेरों ने सचिव की लात-घूसों से पिटाई कर दिनदहाड़े 41 हजार 300 रुपये लूट लिया। किसानों ने भाग रहे एक लुटेरे को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया। दूसरा लुटेरा हाईवे के रास्ते महरुआ की तरफ भाग निकला।

मामला अकबरपुर कोतवाली के साधन सहकारी समिति औरंगनगर का है। यहां समिति पर सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी तैनात हैं। शुक्रवार को वह किसानों को उर्वरक वितरित कर रहे थे। करीब चार बजे वह अपने कार्यालय में बैठकर पैसे का हिसाब कर रहे थे। बाहर चार-पांच किसान भी बैठे थे। इसी बीच बाइक सवार दो लुटेरे पहुंचे और सचिव के कार्यालय में घुस गए। जब तक वह कुछ समझ पाते, लुटेरों ने उन पर हमला कर गिरा दिया। इस बीच एक लुटेरा सचिव का गला पकड़कर जमीन पर दबाए रखा, जबकि दूसरा काउंटर में रखा पैसा निकालकर जेब में रख लिया। इस दौरान सचिव व लुटेरों के बीच संघर्ष होने लगा। लुटेरे उन्हें घसीटते हुए बाहर ले आए। शोर सुनकर वहां बैठे किसान भी पहुंच गए। खुद को घिरा देख लुटेरे किसानों को धक्का देकर भागने लगे। किसान भी ललकारते हुए दौड़ पड़े। एक लुटेरा मोटरसाइकिल स्टार्ट कर पैसा लेकर भाग निकला, जबकि दूसरे को किसानों ने पकड़ लिया। इसकी पहचान महरुआ थाने के गांव दांदूपुर निवासी राजितराम के रूप में हुई। सचिव ने घटना की सूचना पीआरवी टीम व कोतवाली में दी। पीआरवी टीम लुटेरे को लेकर कोतवाली चली गई। कोतवाल अमित प्रताप सिंह ने बताया कि जांच-पड़ताल की जा रही है।

सुरक्षित नहीं हैं समितियां व सचिव : साधन सहकारी समितियां सुरक्षित नहीं हैं। यहां उर्वरक की बिक्री के बाद लाखों, हजारों का कैश इकट्ठा होता है। सचिवों को इसे बैंक में जमा करना होता है। समितियों पर रखने व बैंक में जमा करने जाते समय सचिवों के समक्ष जोखिम रहता है। पूर्व में भी समितियों व बैंक जाते समय रास्ते में गोली मारकर व तमंचा सटाकर लूट की घटना हो चुकी है। इसके बावजूद पुलिस न विभाग ही सतर्कता बरत रहा है।

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