Lucknow Smart City Update: अब शहीद पथ से किसान पथ की कनेक्टिविटी नई टाउनशिप को देगा जन्म, खाका तैयार

लखनऊ के गोमती किनारे बंधा बनाने में किसानों से ली जाएगी 79 हेक्टेअर जमीन। दर्जनों गांवों के किसानों की बदलेगी किस्मत नया लखनऊ बसेगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास अपनी नई टाउनशिप बसाने की योजना बना रहे हैं।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 11:48 AM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 11:48 AM (IST)
Lucknow Smart City Update: अब शहीद पथ से किसान पथ की कनेक्टिविटी नई टाउनशिप को देगा जन्म, खाका तैयार
लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास अपनी नई टाउनशिप बसाने की योजना बना रहे हैं।

लखनऊ, जेएनएन। शहीद पथ से आइआइआएम गेट तक बंधा जहां शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाएगा, वहीं शहीद पथ से किसान पथ को जोड़ने वाला बंधा नई टाउनशिप को जन्म देने जा रहा है। करीब सात किमी. बंधे के किनारे दर्जनों गांवों की जमीनें ली जाएंगी। बंधे के किनारे बसे गांवों के किनारे लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विकास अपनी नई टाउनशिप बसाने की योजना बना रहे हैं। 

इस प्रोजेक्ट पर प्रति हेक्टेअर जमीन पर किसानों को चार करोड़ रुपये प्रति हेक्टेअर दिया जाएगा। वहीं दूसरे फेस में बनने वाले बंधे के दाएं व बाएं तरफ नया शहर बसने वाले लोग पूरे शहर से सीधे जुड़ सकेंगे। चंद किमी. की दूरी तय करके वह शहीद पथ व किसान पथ के जरिए शहर में कही भी आ जा सकेंगे। इस प्रोजेक्ट पर 728.40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

मुख्य सचिव के यहां हुए प्रजेंटेशन में डीएम व लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि दूसरे चरण में बनने वाला भविष्य को लेकर बेहद जरूरी है। क्योंकि आउटर रिंग रोड से शहीद पथ और शहीद पथ से आइआइएम गेट (लविप्रा की बसंत कुंज योजना) के जुड़ने से यातायात आवागमन सुगम होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी आउटर रिंग रोड के जरिए शहर के बाहर कही भी आ जा सकेंगे और शहीद पथ व आइआइएम बंधे का इस्तेमाल करते हुए शहर के एक कोने से दूसरे कोने में जाना आसान हो जाएगा। इससे गोमती नगर विस्तार में बन रही निजी टाउन शिप के अलावा उन लोगों को भी फायदा होगा जिनकी जमीनें बंधे के किनारे आने वाली हैं। खासबात है कि जिनकी जमीने बंधे में नहीं ली जाएंगी और बच जाएंगी तो जमीनों के दमा में उछाल आना तय है।

कुछ इस तरह ली जाएगी जमीन बंधे के दाएं तरफ 43.2 हेक्टेअर जमीन की जरूरत बंधे के बाए तरफ 35.70 हेक्टेअर जमीन की जरूरत प्रति हेक्टेअर दिया जाएगा मुआवजा : चार करोड़ एक किमी. सड़क बनाने पर आएगा खर्च :15 करोड़ अर्थ वर्क यानी प्रति किमी जमीन तैयार करने पर खर्च : 23.5 करोड़

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