यूपी में छोटे दलों से गठजोड़ की कोशिश में कांग्रेस, आचार्य प्रमोद की शिवपाल से मुलाकात पर अटकलें तेज

यूपी में राजनीतिक वनवास भोग रही कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए छोटे दलों से गठजोड़ का संकेत दे चुकी है। माना जा रहा है कि अखिलेश की ओर से शिवपाल को तवज्जो न दिये जाने पर कांग्रेस ने मौके को लपकते हुए उनसे तालमेल करने की कोशिश की है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 07:15 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 07:15 PM (IST)
यूपी में छोटे दलों से गठजोड़ की कोशिश में कांग्रेस, आचार्य प्रमोद की शिवपाल से मुलाकात पर अटकलें तेज
कांग्रेस यूपी विधानसभा चुनाव से पहले छोटे दलों से गठजोड़ की कोशिश में है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए छोटे दलों से गठबंधन का संकेत दे चुकी कांग्रेस पार्टी शिवपाल सिंह यादव की अगुआई वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के साथ चुनावी तालमेल की इच्छुक है। इन अटकलों को बल तब मिला जब मंगलवार को मथुरा में प्रसपा की सामाजिक परिवर्तन यात्रा के शुरू होने के मौके पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की शिवपाल के साथ फोटो वायरल हुई।

शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से सुलह की उम्मीद लगाये बैठे थे। उन्होंने कहा भी था कि वह अखिलेश की ओर से सुलह-समझौते की पेशकश का इंतजार करेंगे। ऐसी कोई सूरत न निकलती देख उन्होंने मथुरा से प्रसपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा का एलान कर दिया। पिछले तीन दशकों से सूबे में राजनीतिक वनवास भोग रही कांग्रेस अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए छोटे दलों से गठजोड़ का संकेत दे चुकी है। माना जा रहा है कि अखिलेश की ओर से शिवपाल को तवज्जो न दिये जाने पर कांग्रेस ने मौके को लपकते हुए उनसे चुनावी तालमेल के लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम को आगे किया।

कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम से शिवपाल की पुरानी घनिष्ठता है। वहीं शिवपाल का इटावा, मैनपुरी, संभल, बदायूं आदि जिलों में सियासी दखल है। चर्चा यह भी है कि कांग्रेस जाट बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले अपने राष्ट्रीय महासचिव दीपेंद्र सिंह हुड्डा के माध्यम से राष्ट्रीय लोक दल से गठजोड़ की कोशिश में लगी है। कांग्रेस को लगता है कि किसान आंदोलन की तपिश महसूस कर रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद का साथ उसकी चुनावी संभावनाओं को परवान चढ़ाएगा।

खींचतान में कांग्रेस मीडिया विभाग की प्रशिक्षण व संवर्धन समिति भंग : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग की प्रशिक्षण एवं संवर्धन समिति को भंग कर दिया गया है। मीडिया विभाग की आपसी खींचतान के चलते समिति को भंग किया गया है। मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने समिति को भंग किये जाने की सूचना देते हुए कहा है कि समिति के सदस्यों को पार्टी हित में शीघ्र ही नई जिम्मेदारी दी जाएगी। मीडिया विभाग की प्रशिक्षण एवं संवर्धन समिति में पार्टी के पुराने व अनुभवी प्रवक्ता/पदाधिकारी शामिल किए गए थे, जिन पर पार्टी के नए प्रवक्ताओं और मीडिया पैनलिस्टों को विभिन्न मुद्दों पर पार्टी लाइन के बारे में प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी थी। समिति में वीरेंद्र मदान, द्विजेंद्र त्रिपाठी, ओंकारनाथ सिंह, अमरनाथ अग्रवाल, बृजेंद्र कुमार सिंह और ओबेदुल्ला नासिर शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों मीडिया विभाग की एक बैठक में समिति के सदस्यों की ओर से यह कहे जाने पर कि विभाग को आयातित लोग चला रहे हैं, उनसे विभाग के अन्य पदाधिकारियों की कहासुनी हुई थी। हाल ही में समिति के कुछ सदस्यों ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश के लिए गठित स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की थी।

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