Uttar Pradesh Assembly by election: कांग्रेस और बसपा प्रत्याशियों ने खरीदे पर्चे, नहीं किया नामांकन Lucknow News
कैंट विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन के पहले दिन छह संभावित प्रत्याशियों ने कलेक्ट्रेट से लिए पर्चे।
लखनऊ, जेएनएन। कैंट सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए कलेक्ट्रेट में नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई, लेकिन पहले दिन कोई भी प्रत्याशी पर्चा दाखिल करने नहीं पहुंचा। करीब आधा दर्जन संभावित प्रत्याशियों ने अपने पर्चे खरीदे।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को तारीखों की घोषणा की थी। कैंट विधानसभा सीट के लिए 23 से 30 सितंबर के बीच नामांकन की तिथि निर्धारित की गई है। रिटर्निंग अफसर अभिनव रंजन श्रीवास्तव के मुताबिक पहले दिन कोई पर्चा दाखिल नहीं किया गया। बसपा प्रत्याशी अरुण कुमार द्विवेदी, कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह, लोकदल प्रत्याशी शत्रोहन लाल रावत के अलावा तीन निर्दलीय प्रत्याशियों सुखेंद्र प्रताप सिंह, अनुरोध कुमार श्रीवास्तव और विनोद कुमार गुप्ता के नाम से पर्चे लिए गए।
28 को रेंडमाइजेशन, चार को होगा प्रशिक्षण
उपचुनाव के लिए करीब दो हजार कार्मिकों की जरूरत होगी। इसके लिए कुल 344 बूथ बनाए गए हैं, जिन पर कार्मिकों की तैनाती की जाएगी। नोडल अधिकारी अवनीश सक्सेना के मुताबिक सभी विभागों से कार्मिकों की अपडेट सूची मिल गई है। 28 को रेंडमाइजेशन के बाद कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके बाद चार अक्टूबर को कार्मिकों का पहला प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा।
अब नहीं बन सकेंगे वोटर
कैंट विधानसभा सीट के लिए सोमवार रात 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन करने वालों को मतदाता सूची में शामिल किया गया। सहायक निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर के मुताबिक मतदाता सूची को आगे चुनाव तक अब अपडेट नहीं किया जाएगा। जिन लोगों ने अब तक आवेदन किया है, केवल उनको ही वोट डालने का मौका मिलेगा। विस क्षेत्र में पौने चार लाख वोटर हैं।
कैंट विधानसभा सीट : ये भी जानें
कुल मतदाता : 385341
पुरुष मतदाता : 209870
महिला मतदाता : 175447
ट्रांस जेंडर मतदाता : 24
सर्विस वोटर : 428
जेंडर रेशियो : 836
नजर रखेंगी एमसीसी टीमें
जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने सोमवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आचार संहिता का पालन करने के लिए सहयोग मांगा। डीएम ने कहा कि आयोग के निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन कराना सबकी जिम्मेदारी है। चुनाव के दौरान आचार संहिता पर नजर रखने के लिए एमसीसी टीमों को लगाया गया है।
चुनाव तक रखें इन बातों का ख्याल विस क्षेत्र में किसी नई सरकारी योजना की घोषणा या कार्यक्रम पर रोक मंत्रियों के सरकारी कार्यक्रमों में जाने पर प्रचार में सरकारी वाहन का नहीं होगा इस्तेमाल