सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश- पूरी सतर्कता व ठोस रणनीति के साथ करें COVID-19 का मुकाबला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सलाहकार समिति कोविड-19 के संबंध में प्रतिदिन बैठकें कर अपनी रिपोर्ट व सुझावों से स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग को अवगत कराए। उसकी एक प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजी जाए।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 01:56 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 01:56 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश- पूरी सतर्कता व ठोस रणनीति के साथ करें COVID-19 का मुकाबला
सीएम योगी ने कोविड की रोकथाम व उपचार के लिए गठित सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ वर्चुअल बैठक की।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का मुकबला करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार किसी स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इस युद्ध में हर स्तर पर पूरी सतर्कता व ठोस रणनीति के साथ कदम बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड संक्रमण की रोकथाम व उपचार के लिए गठित सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ वर्चुअल बैठक की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सलाहकार समिति कोविड-19 के संबंध में प्रतिदिन बैठकें कर अपनी रिपोर्ट व सुझावों से स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग को अवगत कराए। उसकी एक प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजी जाए। कोविड ट्रीटमेंट, प्रोटोकॉल व अन्य सुझावों की जानकारी सभी चिकित्सा संस्थानों व अस्पतालों को भी दी जाए। गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के प्रदेशव्यापी अभियान को प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाया जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर के विरुद्ध प्रभावी लड़ाई में चिकित्सकों व विशेषज्ञों का योगदान सराहनीय है। सूबे में सभी को कोविड प्रोटोकॉल व नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रेरित किया जाए। यह समय नकारात्मक बातों का नहीं है। यह कोरोना के विरुद्ध अभियान के साथ जुड़ते हुए कोविड ड्यूटी में लगे चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, पैरामेडिक्स, सफाई कमिर्यों सहित सभी फ्रंटलाइन कर्मचारियों व कोरोना योद्धाओं के मनोबल को बढ़ाने का समय है। कोविड के विरुद्ध संघर्ष में सकारात्मकता व मानसिक संबल भी आवश्यक कड़ी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मीडिया के जरिए कोविड को परास्त करने वालों की सफलता की कहानियों का प्रमुखता से प्रसार कराया जाए। यह भी बताया जाए कि पाजिटिव पाए जाने पर किसे आक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन व अन्य जीवनरक्षक दवाओं की आवश्यकता है और किसे नहीं है। किन्हें होम आइसोलेशन की आवश्यकता है और किसे अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही टेलीकंसलटेशन के माध्यम से कोविड मरीजों को उपचार के संबंध में बेहतर सुझाव दिए जाने के निर्देश दिए। बैठक में सलाहकार समिति के अध्यक्ष व एसजीपीजीआइ के निदेशक डा.आरके धीमन ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के जरिए मीडिया में कोविड-19 के उपचार व अन्य जानकारियों को निरंतर दिया जाए। कोरोना में उपचार से अधिक बचाव महत्वपूर्ण है। बैठक में मुख्य रूप से चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, सहित सलाहकार समिति के सदस्य व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे।

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