CM योगी ने सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल महोत्‍सव का किया शुभारंभ, बोले- ODOP ने दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान

सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल महोत्‍सव का लखनऊ स्थित अपने आवाास से वर्चुअली शुभारंभ करते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि सभी कृषि विज्ञान केन्‍द्रों में काला नमक चावल की उत्‍पादन क्षमता को लेकर नए शोध किए जा रहे है। भविष्य में इसकी उपज और गुणवत्ता और सुधरेगी।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 05:15 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 05:23 PM (IST)
CM योगी ने सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल महोत्‍सव का किया शुभारंभ, बोले- ODOP ने दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल महोत्‍सव का शुभारंभ किया।

लखनऊ, जेएनएन। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि एक जिला, एक उत्‍पाद (ओडीओपी) योजना से जुड़ने के बाद उत्तर प्रदेश के काला नमक चावल को एक नई पहचान मिली है। उच्‍च श्रेणी की मार्केटिंग और ब्रांडिंग की बदौलत आज काला नमक चावल की खुशबू सिद्धार्थनगर से निकल कर देश और दुनिया में महक रही है। तकनीक के जरिए काला नमक चावल की उत्‍पादन क्षमता को बढ़ाया गया और लागत को कम किया गया। इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है।

सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल महोत्‍सव का लखनऊ स्थित अपने आवाास से वर्चुअली शुभारंभ करते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि सभी कृषि विज्ञान केन्‍द्रों में काला नमक चावल की उत्‍पादन क्षमता को लेकर नए शोध किए जा रहे है। भविष्य में इसकी उपज और गुणवत्ता और सुधरेगी। इसका लाभ किसानों को मिलेगा। प्रदेश सरकार की ओर से झांसी के स्‍ट्राबेरी और लखनऊ के गुड़ महोत्‍सव की तर्ज पर सिद्धार्थनगर के राजकीय इंटर कालेज, नौगढ़ में तीन दिवसीय काला नमक महोत्‍सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव में काला नमक चावल से बने स्‍वादिष्‍ट भोजन का मजा भी लोग ले सकेंगे। 

2600 साल पुराना है कालानमक का इतिहास : काला नमक का इतिहास करीब 26 व 27 सौ साल पुराना है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पहले सिद्धार्थनगर में जब काला नमक चावल का उत्‍पादन होता था, तो आबादी कम थी और कृषि क्षेत्रफल अधिक। इससे काला नमक चावल के उत्‍पादन में लागत अधिक आती थी। जनपद सिद्धार्थनगर व आसपास क्षेत्रों के 22 हजार हेक्‍टेयर में फसल पैदा की जाती थी। नुकसान के चलते इसकी पैदावार कम होती गई। 2017 से पहले काला नमक का उत्‍पादन 22 सौ हेक्‍टेयर तक पहुंच गया। वैज्ञानिकों ने इस पर शोध किया और काला नमक की वैराइटी में व्‍यापक सुधार किया गया। इसकी उत्‍पादन क्षमता को बढ़ाया गया। इसके बाद काला नमक को ओडीओपी योजना से जोड़ा गया। अब अकेले सिद्धार्थनगर में ही लगभग 5 हजार हेक्‍टेयर में काला नमक चावल धान का उत्‍पादन किया जा रहा है।

खुश्बू और स्वाद के साथ पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि 160 से कम दिनों में फसल तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने काफी कार्य किया। काला नमक चावल का पौधा लम्‍बा होने से बरसात या तेज हवा के झोंके से गिर जाता था। इससे किसानों को काफी नुकसान होता था। वैज्ञानिकों ने तकनीक के जरिए पौधे की लम्‍बाई को कम किया और उत्‍पादन क्षमता बढ़ाने में सफलता हासिल की। काला नमक चावल में खुशबू के साथ-साथ प्रचुर मात्रा में पोषक तत्‍व आयरन, ओमेगा-3, जिंक, आयरन ओमेगा 6 पाए जाते हैं। इसी कारण देश व दुनिया के अंदर काला नमक चावल की लोकप्रियता बड़ी है। इससे किसानों की आमदनी में भी बढ़ोत्‍तरी हुई है। खासकर पिछले तीन से चार सालों में।

नवाचार से इतिहास रच रहे किसान : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि अभी हाल में ही प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने छत पर स्‍ट्राबेरी का उत्‍पादन करने वाली झांसी के एक किसान की बेटी का जिक्र किया था। बुंदेलखंड की धरती हमेशा से सूखे की चपेट में रहती है लेकिन यहां पर कैसे परिवर्तन लाया जा सकता है। यह उस बेटी ने करके दिखा दिया। आज किसान की वह बेटी डेढ़ एकड़ में स्‍ट्राबेरी का उत्‍पादन करके 42 लाख रुपए का प्रोडक्‍शन कर चुकी है। ऐसे ही सुलतानपुर के किसान गया प्रसाद मुरारी सिंह ने ड्रैगन फ्रूट का उत्‍पादन कर इतिहास रचा है।

उत्‍पादन बढ़ाने और लागत को कम करने का प्रयास : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि किसानों की उत्‍पादन क्षमता को बढ़ाने और लागत को कम करने का प्रयास सरकार कर रही है। जिन किसानों ने फसल उत्‍पादन में नजीर पेश की उनको समाज के सामने लाने का काम भी सरकार ने किया है। सीएम ने कहा कि चंदौली के किसानों प्रगतिशील किसानों ने ब्‍लैक राइस चावल की पैदावार शुरू की है, जो किसान मणिपुर से लेकर आए हैं। यह चावल पूरी तरह से काला होता है। मुझे सपा के एक एमएलसी ने इसकी खीर खाने का आग्रह किया था। वाकई वह बेहद स्वादिष्ट थी। वहां के किसान काफी अच्‍छी आमदनी कमा रहे हैं। सिद्धार्थनगर के काला नमक की ऊपरी सतह ही सिर्फ काली होती है जबकि चावल सफेद होता है।

कालानमक की ब्रांडिंग में जनप्रतिनिधि करें मदद : सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि जनप्रतिनिधयों को भी काला नमक चावल की ब्रांडिंग में सहयोग देना चाहिए। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी। काला नमक चावल में विटामिन व प्रोटीन के साथ-साथ बड़े पैमाने पर पोषक तत्‍व पाए जाते हैं। जो एक नए ब्रांड के रूप में इसे अन्‍तर्राष्‍ट्रीय मंच उपलब्‍ध करा रहा है। मधुमेह जैसी बीमारियों में भी यह लाभदायक है। हमें इस पर व्‍यापक शोध करके इसे आगे बढ़ाना चाहिए। अयोध्‍या के आचार्य नरेन्‍द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय समेत गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, व महाराजगंज के कृषि वैज्ञानिकों ने इस दिशा में उत्‍कृष्‍ट कार्य किया है। कृषि वैज्ञानिकों को स्थानीय किसानों के साथ संवाद कर उसकी उत्‍पादन क्षमता बढ़ाने का काम करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी