COVID-19 मरीजों से मनमानी वसूली से सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज, ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ जिलों में कुछ निजी कोविड अस्पतालों में सरकार द्वारा तय दर से अधिक की वसूली करने की शिकायतें मिल रही हैं। सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मरीज और उनके स्वजनों का किसी भी प्रकार उत्पीड़न न हो।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:30 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 12:20 PM (IST)
COVID-19 मरीजों से मनमानी वसूली से सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज, ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई के निर्देश
COVID-19 मरीजों से इलाज के नाम पर अधिक वसूली पर सीएम योगी के तेवर तल्ख।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के नाम पर तय शुल्क की जगह मनमानी वसूली की शिकायतों पर तल्ख तेवर दिखाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जाए। वह शनिवार को सरकारी आवास पर कोविड प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ जिलों में कुछ निजी कोविड अस्पतालों में सरकार द्वारा तय दर से अधिक की वसूली करने की शिकायतें मिल रही हैं। लखनऊ में ऐसे ही कुछ अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि मरीज और उनके स्वजनों का किसी भी प्रकार उत्पीड़न न हो। ऐसे असंवेदनशील अस्पतालों से मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट करके अस्पताल के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि बहुत से मरीज कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं, लेकिन अभी भी उन्हें चिकित्सकीय निगरानी की जरूरत होती है। ऐसे मरीजों को उनकी परिस्थिति के आधार पर एल-1 अस्पताल में आक्सीजनयुक्त बेड पर भर्ती जरूर कराया जाए। उनके सेहत की पूरी देखभाल हो।

ब्लैक फंगस के इलाज का दिया जाएगा प्रशिक्षण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण से मुक्त कुछ लोगों में ब्लैक फंगस नाम की नई बीमारी के प्रसार की जानकारी भी मिली है। राज्यस्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों की परामर्शदात्री समिति से विमर्श कर इसके इलाज के लिए आवश्यक गाइडलाइंस जारी कर दी जाएं। आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उत्तर प्रदेश को इस मामले में प्रो-एक्टिव रहना होगा। इसके बचाव, उपचार आदि की समुचित व्यवस्था पूरी तत्परता के साथ की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज के संबंध में प्रशिक्षण जरूरी है। सभी मेडिकल कॉलेजों, सीएमओ सहित इलाज में लगे अन्य चिकित्सकों को एसजीपीजीआइ से जोड़ते हुए प्रशिक्षण दिलाया जाए।

सभी मंडल मुख्यालयों पर होगा टीकाकरण : वर्तमान में 18 जिलों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण हो रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि अगले चरण में सोमवार से प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय वाले जिलों में भी इस आयु वर्ग का टीकाकरण शुरू किया जाए। इससे बस्ती, विंध्याचल धाम, आजमगढ़, देवीपाटन और चित्रकूटधाम मंडल मुख्यालय के जिले लाभांवित होंगे। टीकाकरण के पहले दिन जनता के उत्साहवर्धन के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए। वैक्सीन सेंटर तय करते समय यह ध्यान रखें कि स्थल पर प्रतीक्षालय के लिए खुला स्थान हो, जिससे कोविड प्रोटोकाल का पालन हो सके।

धर्मगुरु समझाएं, नदियों में न बहाएं शव : गंगा-यमुना सहित अन्य नदियों में शव बहाए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि नदियों को अविरल और निर्मल रखना सभी का दायित्व है। यह हमारे लिए जीवनदायिनी हैं। कुछ क्षेत्रों में मृतकों के शव नदी किनारे दफनाने या जल प्रवाह की परंपरा है। यह पर्यावरण अनुकूल नहीं है। इस संबंध में धर्मगुरुओं से संवाद किया जाए। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। एसडीआरएफ और पीएसी की जल पुलिस प्रदेश की सभी नदियों में सतत पेट्रोलिंग करती रहें। सिविल पुलिस भी गश्त करे। लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। किसी भी दशा में शव नदियों में न बहाए जाएं। नदी किनारे दफनाए भी न जाएं। इसके लिए प्रदेश में नदियों के किनारे स्थित सभी गांवों और शहरों में ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान और शहरों में अधिशाषी अधिकारी व नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर निगम के अध्यक्ष समितियां बनाकर निगरानी कराएं।

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